मुर्मू ने मणिपुर में सभी समुदायों से शांति और सुलह के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया

मुर्मू ने मणिपुर में सभी समुदायों से शांति और सुलह के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया

मुर्मू ने मणिपुर में सभी समुदायों से शांति और सुलह के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया
Modified Date: December 12, 2025 / 03:32 pm IST
Published Date: December 12, 2025 3:32 pm IST

इंफाल, 12 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मणिपुर के सभी समुदायों से शांति, समझ और सुलह के प्रयासों को जारी रखने का शुक्रवार को आह्वान किया और कहा कि केंद्र सरकार इस राज्य के लोगों की भलाई एवं प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है।

सेनापति जिले में एक स्वागत कार्यक्रम में मुर्मू ने गौरवशाली आदिवासी विरासत वाले इस जिले में आकर अपनी खुशी व्यक्त की।

उन्होंने कहा, ‘‘आज राष्ट्र नुपी लाल स्मृति दिवस मना रहा है, जो सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन लाने में महिलाओं की भूमिका का एक प्रमुख उदाहरण है। मणिपुर में समृद्ध सांस्कृतिक विविधता है और यहां बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय रहते हैं। यह विविधता सेनापति जिले में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। मैंने ताफौ नगा गांव में आयोजित एक स्वागत समारोह में भाग लिया, जहां जिले के आदिवासियों के प्रतिनिधियों ने मेरा गर्मजोशी से स्वागत किया और मैंने विस्थापित लोगों से मुलाकात की।’’

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राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सेनापति और कांगपोकपी जिलों में पाई जाने वाली मरम जनजाति को विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह के रूप में मान्यता प्राप्त है और यह राज्य का एकमात्र ऐसा समूह है, जो विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह है।

उन्होंने कहा, ‘‘मरम की अनूठी संस्कृति भारत की जनजातीय विविधता में योगदान देती है।’’

मुर्मू ने कहा, ‘‘मणिपुर के आदिवासी समुदायों का विकास और अवसर सुनिश्चित करना और देश की प्रगति में उनकी अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना एक राष्ट्रीय प्राथमिकता है।’’

मुर्मू ने कहा, ‘‘भारत सरकार मणिपुर में स्थानीय नेताओं, नागरिक समाजों और समुदायों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ मिलकर काम कर रही है। केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि विकास देश के हर कोने तक पहुंचे। सरकार दूरदराज के आदिवासी क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर की ताकत उसकी विविधता, संस्कृति, भाषाओं और परंपराओं में निहित है। पहाड़ और घाटी हमेशा से एक-दूसरे के पूरक रहे हैं, मानो एक ही खूबसूरत भूमि के दो पहलू हों।’’

राष्ट्रपति ने सभी समुदायों से शांति, समझ और सुलह के प्रयासों का समर्थन जारी रखने का भी आग्रह किया।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार इस राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को समझती है। मैं शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य के लिए आपकी चिंताओं और इच्छाओं को पूरी सहानुभूति से समझती हूं। मैं मणिपुर और इस क्षेत्र के लोगों के कल्याण एवं प्रगति के प्रति भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराती हूं।’’

मुर्मू ने कई परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी किया। उन्होंने कहा, ‘‘आइए हम शांतिपूर्ण और समृद्ध मणिपुर के लिए मिलकर काम करना जारी रखें।’’

भाषा गोला सुरेश

सुरेश


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