नई दिल्लीः National Herald Case ईडी देश के अलग-अलग हिस्सों मे ंलगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में मंगलवार दोपहर ईडी के अधिकारियों ने नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में पपर दबिश दी। ईडी के अधिकारी नेशनल हेराल्ड के कई दफ्तरों में मौजूद हैं और तलाशी अभियान चला रही हैं।
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National Herald Case बता दें कि इससे पहले नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी ने तलब किया था और कई घंटों तक पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद ही ईडी ने कार्यालयों में दबिश दी है। बताया जा रहा है कि देशभर में नेशनल हेराल्ड के 14 ऑफिस में ईडी के अफसरों ने दबिश दी है।
देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने 20 नवंबर 1937 को एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड यानी एजेएल का गठन किया था। इसका उद्देश्य अलग-अलग भाषाओं में समाचार पत्रों को प्रकाशित करना था। तब एजेएल के अंतर्गत अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड, हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज समाचार पत्र प्रकाशित हुए। भले ही एजेएल के गठन में पं. जवाहर लाल नेहरू की भूमिका थी, लेकिन इसपर मालिकाना हक कभी भी उनका नहीं रहा। क्योंकि, इस कंपनी को 5000 स्वतंत्रता सेनानी सपोर्ट कर रहे थे और वही इसके शेयर होल्डर भी थे।
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वहीं, 90 के दशक में ये अखबार घाटे में आने लगे। साल 2008 तक एजेएल पर 90 करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज चढ़ गया। तब एजेएल ने फैसला किया कि अब समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं किया जाएगा। अखबारों का प्रकाशन बंद करने के बाद एजेएल प्रॉपर्टी बिजनेस में उतरी।
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2 hours ago