कम्प्यूटर का नया मॉडल कोविड के प्रभाव का आकलन करने में कारगर

कम्प्यूटर का नया मॉडल कोविड के प्रभाव का आकलन करने में कारगर

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  • Publish Date - May 12, 2022 / 05:03 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:46 PM IST

नयी दिल्ली, 12 मई (भाषा) वैज्ञानिकों ने 10 लाख से लेकर एक करोड़ तक लोगों के नमूने के साथ एक अत्यंत बड़े पैमाने पर कम्प्यूटर मॉडल विकसित किया है और उनके मुताबिक यह कोविड-19 समेत किसी संक्रामक बीमारी के प्रभाव का आकलन कर सकता है। नमूनें में बड़ा वर्ग भारतीय जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है।

‘भारत सिम’ नामक इस मॉडल को राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के सर्वेक्षणों और जनगणना जैसे स्रोतों से प्राप्त आंकड़ों का इस्तेमाल करके तैयार किया गया है।

हरियाणा के सोनीपत में अशोका विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी ‘थॉटवर्क्स’ के साथ मिलकर इसे तैयार किया है। इसका उपयोग कोविड-19 संबंधी पूर्वानुमान लगाने में भी किया जा रहा है।

वैज्ञानिकों ने कहा कि मॉडल सभी के लिए उपलब्ध होगा और उपायों एवं परिणामों की जांच में सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों तथा अनुसंधानकर्ताओं की मदद करेगा।

अशोका विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गौतम मेनन ने कहा, ‘‘भारत सिम हमें अत्यंत सूक्ष्म स्तर पर संक्रामक रोग से होने वाली महामारी के प्रभाव का आकलन करने में मददगार होता है क्योंकि इसमें मूलभूत इकाई एक व्यक्ति होता है।’’

इस मॉडल का इस्तेमाल करके अनुसंधानकर्ता लॉकडाउन और स्कूल बंद करने जैसे उपायों के प्रभावों के विभिन्न परिदृश्यों की संभावना तलाश सकते हैं।

भाषा वैभव नरेश

नरेश