दुनिया के सबसे बड़े मंदिर के निर्माण पर रोक लगाने एनजीटी में याचिका, इस्कॉन को नोटिस

दुनिया के सबसे बड़े मंदिर के निर्माण पर रोक लगाने एनजीटी में याचिका, इस्कॉन को नोटिस

दुनिया के सबसे बड़े मंदिर के निर्माण पर रोक लगाने एनजीटी में याचिका, इस्कॉन को नोटिस
Modified Date: November 29, 2022 / 08:54 pm IST
Published Date: July 13, 2018 9:43 am IST

नई दिल्ली। मथुरा में बनने वाले दुनिया के सबसे बड़े मंदिर के निर्माण पर रोक लगाने की मांग करते हुए एक याचिका एनजीटी में दायर की गई है। ये याचिका पर्यावरण कार्यकर्ता मणिकेश चतुर्वेदी ने दायर की है। इस पर सुनवाई करते हुए एनजीटी के जस्टिस आदर्श कुमार गोयल ने धार्मिक सोसाइटी और इस्कॉन केंद्रीय भूजल प्राधिकरण(सीजीडब्ल्यूए) को नोटिस जारी किया है।

दायर याचिका में कहा गया है कि इस्‍कॉन द्वारा बनाए जाने वाले वृंदावन चंद्रोदय मंदिर बनने से न केवल यमुना के आसपास का पर्यावरण प्रभावित होगा बल्कि क्षेत्र का भूजल स्‍तर पर भी असर पड़ेगा। याचिका में कहा गया है कि प्रस्‍तावित मंदिर की चहारदीवारी के चारों ओर कृत्रिम तालाब होगा। इसके लिए जमीन से बड़े पैमाने का पानी का दोहन किया जाएगा। इससे यमुना नदी की अस्तित्‍व पर भी खतरा हो सकता है।

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बता दें कि प्रस्तावित चंद्रोदय मंदिर की ऊंचाई 200 मीटर से ज्यादा होगी, जबकि ये मंदिर साढ़े पांच एकड़ इलाके में बनेगा। इसमें 70 मंजिलें होगी। अभी दुनिया में सबसे ऊंची धार्मिक इमारतें मिस्र के पिरामिडों को माना जाता है, जो कि 128.8 मीटर ऊंचे है। जबकि वेटिकन का सेंट पीटर बैसेलिका की ऊंचाई 128.6 मीटर है। योजना है कि रॉकेट के आकार का ये चंद्रोदय मंदिर भूकंप प्रतिरोधी होगा।

 वेब डेस्क, IBC24


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