एनआईए ने मानव तस्करी मामले में दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया

एनआईए ने मानव तस्करी मामले में दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया

एनआईए ने मानव तस्करी मामले में दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया
Modified Date: February 23, 2024 / 09:33 pm IST
Published Date: February 23, 2024 9:33 pm IST

नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मानव तस्करी के एक मामले में कर्नाटक से दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि कर्नाटक के ‘आंतरिक सुरक्षा प्रकोष्ठ’ की मदद से बांग्लादेशी नागरिकों– मोहम्मद साज्जिद हलदर और इदरिस का पता लगाया गया और उन्हें बृहस्पतिवार को पकड़ा गया जो अब तक फरार थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं।

प्रवक्ता के अनुसार एनआईए ने जांच के दौरान पाया कि हलदर और इदरिस भारत-बांग्लादेश सीमा पर बेनापोल के रास्ते अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे। अभिकरण ने देशव्यापी छापे के बाद नवंबर, 2023 में (मानव तस्करी के) इस मामले का भंडाफोड़ किया था।

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अधिकारी ने बताया कि हलदर ने बेंगलुरु में रामामूर्ति नगर में ‘‘कबाड़ संग्रहण एवं पृथक्करण’’ इकाई लगायी थी और उसमें अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को काम पर रखा था।

उन्होंने बताया कि जांच से यह भी पता चला कि इदरिस ने भी बेंगलुरु के आनंदपुरा में ‘‘कबाड़ संग्रहण एवं पृथक्करण’’ इकाई लगायी थी जहां उसने लीज पर जमीन ली थी एवं वहां 20 से अधिक बांग्लादेशी परिवारों के लिए टेंट लगाये थे। संदेह है कि इन परिवारों को उसने ही तस्करी के जरिए भारत में दाखिल कराया था।

प्रवक्ता ने कहा कि इन विवरणों की पुष्टि के लिए जांच जारी है।

एनआईए ने इस बात की पक्की खबर मिलने के बाद सात नवंबर को मामला दर्ज किया था कि कर्नाटक के कुछ व्यक्ति असम, त्रिपुरा और कुछ देशों में ऐसे लोगों के संपर्क में थे जो दूसरे देशों से लोगों को अवैध रूप से भारत भेजने में लगे हैं।

एनआईए के मुताबिक जांच में उन तस्करों के नेटवर्क का खुलासा हुआ जो भारत-बांग्लादेश सीमा के रास्ते लोगों को अवैध रूप से भारत पहुंचाने के धंधे में शामिल था। जांच में यह भी पता लगा कि आरोपी ऐसे लोगों को अवैध आधार कार्ड भी उपलब्ध कराते थे।

अधिकारी ने बताया कि एनआईए ने पहले इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया था और उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था एवं वह अब भी भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करों के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखे हुए है।

भाषा

राजकुमार अविनाश

अविनाश


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