‘प्रलोभन की राजनीति से चुनाव नहीं जीते जाते, एक बार घर-घर मटन बंटवाया था फिर भी चुनाव हार गया था’ : नितिन गडकरी

‘प्रलोभन की राजनीति से चुनाव नहीं जीते जाते, एक बार घर-घर मटन बंटवाया था फिर भी चुनाव हार गया था’ : नितिन गडकरी

Nitin Gadkari ka Chunavi Mantra

Modified Date: July 24, 2023 / 07:51 pm IST
Published Date: July 24, 2023 7:44 pm IST

मुंबई: अपने बेबाक और साफगोई वाली राजनीति के चलते लोगों के बीच खासे लोकप्रिय केंद्रीय मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपने राजनीतिक जीवन को लेकर एक बड़ा खुलासा किया हैं। (Nitin Gadkari ka Chunavi Mantra) उन्होंने मौजूदा दौर में प्रचलित प्रलोभन की राजनीति पर भी प्रहार किया हैं। बकौल गडकरी प्रलोभन या लालच देकर चुनाव जीत पाना संभव नहीं हैं। आज वोटर बहुत होशियार हो चुका हैं। वह उसे ही वोट देता हैं जिसे वह चुनाव जिताना चाहता है।

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दरअसल केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी रविवार को महाराष्ट्र के राज्य शिक्षक परिषद् के कार्यक्रम में शामिल होने पहुँच थे। यहाँ उन्होंने अपने सियासी जीवन के बारे में सभी को विस्तार से बातें बताई। एक राजनेता के तौर पर उन्होंने अपने अनुभव भी साझा किये साथ ही चुनाव जीतने के लिए जो मंत्र आज की राजनीती में अपनाएँ जा रहे हैं, उनपर भी कटाक्ष किया।

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नितिन गडकरी ने साफ किया कि प्रलोभन और लालच देकर वोट हासिल नहीं किये जा सकते। वोटर बहुत होशियार हैं, वह उसे ही वोट देता हैं जिसे उसे जिताना होता हैं। उन्होंने अपने जीवन में बहुत चुनाव लड़े हैं और उनका अनुभव भी यही है। जनता और मतदाता का प्यार ही है जो आपको कुर्सी पर बिठाता है। (Nitin Gadkari ka Chunavi Mantra) गडकरी ने ने बताया कि एक बार उन्होंने चुनाव से ठीक पहले बड़े भोज का आयोजन कराया था सभी को मटन परोसा गया था जबकि घरो में भी उन्होंने मटन पहुँचाया था, बावजूद इसके वह चुनाव हार गए थे। इस तरह अगर चुनाव जीतना हो तो अपने कामकाज और सरोकारों से वोटर्स के दिलों में जगह बनाने की जरूरत हैं ना कि मतदाता को लुभाने के लिए उन्हें प्रलोभन देने की।

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