ठग सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज धन शोधन मामले में ईडी के समक्ष पेश हुईं नोरा फतेही

ठग सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज धन शोधन मामले में ईडी के समक्ष पेश हुईं नोरा फतेही

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  • Publish Date - October 14, 2021 / 01:17 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:44 PM IST

नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) ठग सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज धन शोधन के मामले में बयान दर्ज कराने के लिए अभिनेत्री नोरा फतेही बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

फतेही यहां एजेंसी कार्यालय में जांच अधिकारी के समक्ष पेश हुईं।

सूत्रों ने बताया चंद्रशेखर और उनकी अभिनेत्री पत्नी लीना मारिया पॉल के खिलाफ दर्ज धन शोधन मामले के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत उनका बयान दर्ज किया जा रहा है।

इससे पहले, एजेंसी अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडीस से भी पूछताछ कर चुकी हैं। जैकलिन बृहस्पतिवार को फिर एजेंसी के समक्ष पेश हो सकती हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि दोनो अभिनेत्रियां जांच में सहयोग कर रही हैं, क्योंकि वे खुद भी चंद्रशेखर और उनकी पत्नी द्वारा चलाए जा रहे गिरोह का कथित तौर पर शिकार हुई हैं।

इस दम्पति को प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में गिरफ्तार किया था और अभी वे जेल में हैं। इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने ‘फोर्टिस हेल्थकेयर’ के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह सहित कई अन्य नामी लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में दोनों को गिरफ्तार किया था।

प्रवर्तन निदेशालय ने अगस्त में, चंद्रशेखर के परिसरों पर छापेमारी की थी और चेन्नई में समुद्र के सामने स्थित एक बंगला, 82.5 लाख रुपये नकद और एक दर्जन से अधिक शानदार कारें जब्त की थीं।

ऐसा दावा किया गया है कि चंद्रशेखर एक ‘‘ठग’’ हैं और दिल्ली पुलिस लगभग 200 करोड़ रुपये की कथित आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और जबरन वसूली के मामले उसके खिलाफ जांच कर रही है।

ईडी ने कहा, ‘‘ धोखाधड़ी के प्रमुख साजिशकर्ता चंद्रशेखर है। वह 17 साल की उम्र से इन आपराधिक कृत्यों में लिप्त हैं। उसके खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज हैं और अभी वे रोहिणी जेल में बंद है।’’

ईडी ने कहा कि जेल में होने के बावजूद चंद्रशेखर ने ‘‘ लोगों को ठगना बंद नहीं किया।’’

एजेंसी ने दावा किया, ‘‘उसने (जेल में अवैध रूप से खरीदे गए फोन से) तकनीक की मदद से लोगों को ठगने के लिए फर्जी कॉल किए, जिन नंबरों से फोन किए गए वे वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के प्रदर्शित हो रहे थे। जेल से इन लोगों से बात करते हुए उसने दावा किया कि वह सरकारी अधिकारी है और पैसों के बदले लोगों को मदद की पेशकश कर रहा है।’’

भाषा निहारिका अनूप

अनूप