पूर्वोत्तर में बाढ़ से हालात नाजुक, 23 मौतें, ढाई लाख से ज्यादा बेघर

पूर्वोत्तर में बाढ़ से हालात नाजुक, 23 मौतें, ढाई लाख से ज्यादा बेघर

पूर्वोत्तर में बाढ़ से हालात नाजुक, 23 मौतें, ढाई लाख से ज्यादा बेघर
Modified Date: November 29, 2022 / 07:56 pm IST
Published Date: June 18, 2018 9:53 am IST

गुवाहाटी। पूर्वोत्तर राज्यों में आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या अब तक 23 हो चुकी है असम में हालात और खराब हो गए हैं, जबकि बाकी राज्यों में रविवार से स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। बता दें, असम के जोरहट में निमातीघाट पर ब्रह्मपुत्र और काछर जिले के एपी घाट पर तथा करीमगंज में बद्रपुरघाट पर बराक नदी खतरे के निशान से ऊपर हैं। वहीं धनसिरी, जिया भराली, कोपिली, काटाखाल और कुशियारा भी एक से दो जगह पर लाल निशान से ऊपर हैं। असम के प्रभावित जिलों में होजाई, पश्चिम कार्बी अंगलोंग, गोलाघाट, करीमगंज, हैलाकांडी और काछर शामिल हैं। सबसे ज्यादा असर करीमगंज में है। यहां 2.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। हैलाकांडी में 1.93 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।

यह भी पढ़ें : महिला कांग्रेस में बनाई गईं 5 कार्यकारी अध्यक्ष, जानिए

 ⁠

मणिपुर की इंफाल घाटी के पांच जिलों में बड़ी नदियों का जलस्तर कम हुआ है। यहां लयोंग और इंफाल नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर हैं। अधिकारियों का कहना है कि हालात सुधरे हैं। साथ ही, बारिश कम होने से भी लोगों को राहत मिली है। 400 पशुओं के भी मारे जाने का अंदाजा है जबकि 3 हजार 947 हेक्टेयर में धान की फसल बर्बाद हो गई है।

इधर त्रिपुरा में भी सभी बड़ी नदियों में जलस्तर कम हुआ है। लेकिन कैलाशनगर सब-डिवीजन के कई इलाकों में पानी भरा हुआ है। यहां 3000 से ज्यादा किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है। बाढ़ प्रभावित 32 हजार लोग 173 राहत शिविरों में रह रहे हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित ऊनाकोटी जिला हुआ है। उधर, मिजोरम में भी बाढ़ से काफी नुकसान पहुंचाया है। उत्तरी मिजोरम के 25 गां का संपर्क राज्य के अन्य हिस्सों से टूट गया है।

वेब डेस्क, IBC24


लेखक के बारे में