एनपीपी ने अमेरिकी उपदेशक फ्रैंकलिन ग्राहम को वीजा देने से इनकार करने के फैसले की समीक्षा की मांग की
एनपीपी ने अमेरिकी उपदेशक फ्रैंकलिन ग्राहम को वीजा देने से इनकार करने के फैसले की समीक्षा की मांग की
शिलांग, 30 नवंबर (भाषा) मेघालय की सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने केंद्र सरकार से अमेरिकी धर्म उपदेशक रेव फ्रैंकलिन ग्राहम को वीजा देने से कथित तौर पर इनकार करने के फैसले की समीक्षा करने का आग्रह किया है।
ग्राहम का 30 नवंबर को नगालैंड के कोहिमा में निर्धारित कार्यक्रम “वीजा-संबंधी मुद्दों” के चलते रद्द कर दिया गया था।
केंद्र को लिखे पत्र में एनपीपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेम्स पीके संगमा ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजक ‘कोहिमा बैपटिस्ट पास्टर्स फेलोशिप’ निराश हैं, क्योंकि हजारों लोग नगालैंड की राजधानी के इंदिरा गांधी स्टेडियम में विदेशी धर्म उपदेशक के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तैयार थे।
उन्होंने कहा कि नगालैंड का ग्राहम परिवार के साथ पुराना संबंध है। उन्होंने 1972 में रेव बिली ग्राहम की राज्य यात्रा को याद किया और कहा कि धर्मोपदेशक की प्रस्तावित यात्रा को पूर्वोत्तर क्षेत्र के ईसाइयों के लिए ‘आध्यात्मिक नवीकरण’ के क्षण के रूप में देखा गया था।
संगमा ने कहा कि चर्च के शीर्ष धर्मगुरुओं और नागरिक संस्थाओं ने एनपीपी को अपनी नाराजगी से अवगत कराया है और चेतावनी दी है कि वीजा मुद्दों के कारण शांतिपूर्ण धार्मिक आयोजन को रोके जाने की धारणा से मुख्यतः ईसाई बहुल क्षेत्र में ‘गलतफहमी और अलगाव’ पैदा हो सकता है।
विदेशी प्रवेश को विनियमित करने के केंद्र के अधिकार को स्वीकार करते हुए, उन्होंने फैसले पर पुनर्विचार का अनुरोध किया और कहा कि नियमों के अधीन ग्राहम की यात्रा की अनुमति देने से ईसाई समुदायों को आश्वासन मिलेगा और धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता प्रतिबिंबित होगी।
भाषा
राखी दिलीप
दिलीप

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