नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड कार्य बल ने ‘बायोलॉजिकल ई’ कंपनी के ‘कॉर्बेवैक्स’ टीके के डेटा की समीक्षा की है ताकि इसे कोविशील्ड या कोवैक्सीन टीकों के साथ बूस्टर खुराक के रूप में 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को लगाया जा सके।
एनटीएजीआई समिति ने बुधवार को हुई अपनी बैठक के बाद अब तक इस मामले में कोई सिफारिश नहीं की है।
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने 4 जून को ‘कॉर्बेवैक्स’ को 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए एहतियाती खुराक के रूप में इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी।
‘कॉर्बेवैक्स’ का इस्तेमाल फिलहाल 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को टीका लगाने के लिए किया जा रहा है।
एक आधिकारिक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘एनटीएजीआई ने ‘बायोलॉजिकल ई’ के ‘कॉर्बेवैक्स’ के डेटा की समीक्षा की है, जो 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर के रूप में कोविशील्ड या कोवैक्सीन के साथ एहतियाती खुराक के तौर पर लगाया जाना है।’
15 जुलाई से शुरू हुए 75-दिवसीय विशेष अभियान के तहत सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड वैक्सीन की मुफ्त एहतियाती खुराक दी जा रही है।
भाषा जोहेब पवनेश
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