सूडान में बंधक बनाए गए ओडिशा के व्यक्ति की वापसी, मुख्यमंत्री मांझी ने विदेश मंत्रालय को धन्यवाद दिया

सूडान में बंधक बनाए गए ओडिशा के व्यक्ति की वापसी, मुख्यमंत्री मांझी ने विदेश मंत्रालय को धन्यवाद दिया

सूडान में बंधक बनाए गए ओडिशा के व्यक्ति की वापसी, मुख्यमंत्री मांझी ने विदेश मंत्रालय को धन्यवाद दिया
Modified Date: December 17, 2025 / 03:16 pm IST
Published Date: December 17, 2025 3:16 pm IST

भुवनेश्वर, 17 दिसंबर (भाषा) सूडान में 45 दिनों तक बंधक रहने के बाद ओडिशा के 36 वर्षीय आदर्श बेहेरा बुधवार को यहां लौट आए। उनकी देश वापसी पर उनके परिवार और शुभचिंतकों को राहत और खुशी व्यक्त की है।

उनकी सुरक्षित वापसी का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने कहा कि राज्य सरकार ने बेहेरा के लापता होने की सूचना मिलते ही इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया था।

मांझी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “यह बेहद खुशी की बात है कि जगतसिंहपुर जिले के एक युवा ओडिया व्यक्ति आदर्श कुमार बेहेरा, जो सूडान में लापता हो गए थे, सुरक्षित रूप से अपने वतन लौट आए हैं।”

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मांझी ने कहा, ‘हम उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ लगातार समन्वय कर रहे थे। भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के सहयोग से आदर्श आज अपने परिवार के पास लौट आए हैं।’

मुख्यमंत्री ने इस सफल मिशन के लिए विदेश मंत्रालय और सूडान स्थित भारतीय दूतावास को धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा, ‘राज्य के भीतर या विदेश में रहने वाले प्रत्येक ओडिया की सुरक्षा और कल्याण हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। संकट के समय में हम हमेशा आपके साथ खड़े रहेंगे।’

बेहेरा सूडान के उत्तरी दारफुर राज्य के अल-फाशिर शहर से लापता हो गए थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों की मदद से उनकी रिहाई सुनिश्चित की।

रिहाई के बाद लौटने पर बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बेहेरा के परिवार ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उनका तीन वर्षीय बेटा भी मौजूद था।

बेहेरा ने पत्रकारों से कहा, “यह मेरे लिए एक नया जीवन है। सूडान में रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के आतंकवादियों द्वारा अपहरण किए जाने के बाद मुझे जीवित रहने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने मुझे बहुत यातनाएं दीं, कई दिनों तक खाना नहीं दिया, जेल में डाला और जंगल में चलने के लिए मजबूर किया। शुक्र है कि उन्होंने मुझे मारा नहीं। उनके लिए सब कुछ संभव था।”

जगतसिंहपुर जिले के कोटाकाना गांव के रहने वाले बेहेरा 2022 में गृहयुद्ध से ग्रस्त सूडान गए और वहां एक प्लास्टिक कारखाने में मैकेनिक के रूप में काम किया।

कैद से रिहा होने के बाद, बेहेरा मंगलवार देर रात अबू धाबी से हैदराबाद के लिए रवाना हुए और आज सुबह भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर पहुंचे।

जगतसिंहपुर के सांसद बिभु प्रसाद तराई ने कहा कि उन्होंने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया था और विदेश मंत्रालय से बेहेरा की सुरक्षित रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था।

बेहेरा की पत्नी ने कहा, ‘मैं ओडिशा सरकार और मुख्यमंत्री मांझी से अनुरोध करूंगी कि वे मेरे पति के लिए राज्य के किसी भी प्लास्टिक कारखाने में रोजगार की व्यवस्था करें ताकि उन्हें जीविका कमाने के लिए दूसरे देश न जाना पड़े।’

भाषा तान्या प्रशांत

प्रशांत


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