ज्ञान भारतम योजना के तहत पुरानी पांडुलिपियों और दस्तावेजों को संरक्षित किया जा रहा है: मोदी
ज्ञान भारतम योजना के तहत पुरानी पांडुलिपियों और दस्तावेजों को संरक्षित किया जा रहा है: मोदी
नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि लंबे समय से उपेक्षित पुरानी पांडुलिपियों और दस्तावेजों को अब ‘ज्ञान भारतम’ योजना के तहत डिजिटल रूप में परिवर्तित करके भावी पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा रहा है।
देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने देश की भाषाई विविधता की सराहना की।
उन्होंने लिखा, “भारत की भाषाई विविधता अपार व अमूल्य है। हमने मराठी, असमिया, बांग्ला, पाली और प्राकृत को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है। हमारी भाषाएं जितनी समृद्ध होंगी, ज्ञान प्रणालियां उतनी ही मजबूत होंगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “इस डेटा युग में, यह एक वैश्विक ताकत है। हमें इस पर गर्व होना चाहिए और इसके विकास के लिए प्रयास करना चाहिए। हमने पुरानी पांडुलिपियों और दस्तावेजों की उपेक्षा की है, लेकिन ज्ञान भारतम योजना के तहत, हम उन्हें डिजिटल बना रहे हैं और भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित कर रहे हैं।”
भाषा जोहेब नरेश
नरेश

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