यमुना में जहरीला फेन: डीपीसीसी ने प्रदूषण कर रही दो इकाईयां बंद की, 15 को बंद करने का आदेश दिया

यमुना में जहरीला फेन: डीपीसीसी ने प्रदूषण कर रही दो इकाईयां बंद की, 15 को बंद करने का आदेश दिया

यमुना में जहरीला फेन: डीपीसीसी ने प्रदूषण कर रही दो इकाईयां बंद की, 15 को बंद करने का आदेश दिया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:45 pm IST
Published Date: November 13, 2020 6:27 am IST

नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने प्रदूषण कर रही दो इकाईयों को सील कर दिया है और ऐसी 15 अन्य इकाईयों को बंद करने का आदेश दिया है जो यमुना में फेन (झाग) बनने का कारण हो सकती है।

प्रदूषण कर रहीं जिन इकाईयों को सील किया गया है उनमें हैं पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र में ऑटोमोबाइल सर्विस स्टेशन सह शोरूम, लॉरेंस रोड औद्योगिक क्षेत्र में जींस रंगाई एवं धुलाई इकाई। इन इकाईयों से निकलने वाले प्रदूषित पदार्थों के शोधन की उचित व्यवस्था नहीं थी।

डीपीसीसी की ओर से बताया गया कि खयाला पुनर्विकास क्षेत्र में 21 इकाईयों का निरीक्षण किया गया। इनमें से 15 इकाईयां शोधन की उचित व्यवस्था के बगैर संचालित हो रही थीं, उन्हें बंद करने का निर्देश दिया गया है।

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इसमें बताया गया कि पटपड़गंज औद्योगिक इलाके में एक ऑटोमोबाइल सर्विस एवं मरम्मत इकाई को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।

कालिंदी कुंज इलाके के निकट यमुना नदी की सतह पर जहरीले फेन की तस्वीरें कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर सामने आई थीं जिसके बाद विशेषज्ञों ने कहा था कि इस प्रदूषण के पीछे मुख्य वजह डिटर्जेंट है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि देश में अधिकांश डिटर्जेंट के पास अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (आईएसओ) का प्रमाण पत्र नहीं है जिसके तहत रासायनिक पदार्थों में फॉस्फेट की सांद्रता के लिए सीमा तय होती है।

उन्होंने बताया कि जहरीला फेन बनने का प्रमुख कारण फॉस्फेट का उच्च स्तर होता है।

भाषा मानसी नरेश

नरेश


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