पंजाब सरकार हिंदू ग्रंथों के लिए शोध केंद्र स्थापित करेगी:चन्नी

पंजाब सरकार हिंदू ग्रंथों के लिए शोध केंद्र स्थापित करेगी:चन्नी

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  • Publish Date - November 28, 2021 / 09:40 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:29 PM IST

फगवाड़ा (पंजाब), 28 नवंबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रविवार को हिंदू ग्रंथों रामायण, महाभारत और भगवद गीता पर शोध केंद्र स्थापित करने की घोषणा की और कहा कि वह संस्कृत सीखेंगे और महाभारत पर ‘डॉक्टरेट’ करेंगे।

यहां भगवान परशुराम तपोस्थल की आधारशिला रखने के बाद चन्नी ने शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल की तुलना कथित तौर पर महाभारत के धृतराष्ट्र से करते हुए कहा कि उनके ‘पुत्र मोह’ ने उनकी पार्टी को ”बर्बाद” कर दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शोध केंद्र तीन हिंदू ग्रंथों के संदेश को प्रदर्शित करेगा। उन्होंने कहा कि युगों से ये ग्रंथ पूरी मानवता के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे हैं और शोध केंद्र इनके संदेश को सबसे आसान रूप में जनता तक पहुंचाने के लिए उत्प्रेरक का काम करेगा।

चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए एक सम्मानित शंकराचार्य को शामिल करने की कोशिश कर रही है।

चन्नी ने कहा, ” एक बुद्धिमान और विद्वान व्यक्ति ने मुझसे कहा था कि मुझे अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए हर दिन भगवद गीता का एक श्लोक सीखना चाहिए। गीता के उपदेश अद्वितीय हैं। मेरी वर्तमान पीएचडी तीन महीने में पूरी हो जाएगी। फिर मैं संस्कृत सीखना शुरू कर दूंगा और महाभारत पर पीएचडी करूंगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आवारा पशुओं की उचित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड को यह कार्य सौंपा जाएगा।

भाषा शफीक नरेश

नरेश