पंजाब: पांच सीमावर्ती जिलों, संगरूर में 12 मई को स्कूल बंद रहेंगे

पंजाब: पांच सीमावर्ती जिलों, संगरूर में 12 मई को स्कूल बंद रहेंगे

पंजाब: पांच सीमावर्ती जिलों, संगरूर में 12 मई को स्कूल बंद रहेंगे
Modified Date: May 11, 2025 / 11:49 pm IST
Published Date: May 11, 2025 9:24 pm IST

चंडीगढ़, 11 मई (भाषा) पाकिस्तान की सीमा से सटे पंजाब के पांच जिलों और संगरूर में स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि राज्य के बाकी हिस्सों में शैक्षणिक संस्थान सोमवार से फिर खुलेंगे।

पाकिस्तान की सीमा से सटे पठानकोट, अमृतसर, फिरोजपुर, गुरदासपुर और तरनतारन जिलों में अधिकारियों ने विद्यालयों को बंद रखने का आदेश जारी किया है।

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पंजाब, पाकिस्तान के साथ 553 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जो इन पांच जिलों और फाजिल्का तक फैली हुई है।

शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि अगर किसी विश्वविद्यालय ने पहले ही अपने परीक्षा कार्यक्रम में संशोधन कर लिया है, तो वे परीक्षाएं संशोधित कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी।

सीमावर्ती जिलों के उपायुक्तों को स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर स्कूल खोलने या बंद करने के बारे में निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है।

बैंस ने शैक्षणिक संस्थानों को सरकार के सुरक्षा प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का भी निर्देश दिया।

इस बीच फिरोजपुर, गुरदासपुर, पठानकोट और मोगा में अधिकारियों ने परामर्श जारी किया, जिसमें लोगों से रविवार शाम को स्वेच्छा से घर की लाइटें बंद करने और जब तक आवश्यक न हो, बाहर निकलने से बचने का आग्रह किया गया।

भारत और पाकिस्तान के बीच जमीन, हवा और समुद्र पर सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के लिए हुए समझौते के बाद पंजाब, खासकर सीमावर्ती इलाकों में रविवार को शांति बनी रही।

जिला प्रशासन द्वारा साझा किए गए एक संदेश के अनुसार, अमृतसर में स्कूली शिक्षक ऑनलाइन कक्षाएं ले सकते हैं।

जिले के कॉलेज और विश्वविद्यालय भी बंद रहेंगे।

पठानकोट और गुरदासपुर में कॉलेज और विश्वविद्यालय सोमवार को बंद रहेंगे। गुरदासपुर के अधिकारियों द्वारा जारी आदेश के अनुसार, विश्वविद्यालय और कॉलेज के शिक्षक ऑनलाइन कक्षाएं ले सकते हैं।

संगरूर में अधिकारियों ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है।

इससे पहले बैंस ने कहा था कि पूरे पंजाब में सभी शैक्षणिक संस्थान, स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सोमवार को फिर से खुलेंगे।

भाषा जितेंद्र नरेश

नरेश


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।