राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश की मंत्री के खिलाफ कमलनाथ की ‘आइटम’ टिप्पणी पर नाराजगी जतायी

राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश की मंत्री के खिलाफ कमलनाथ की ‘आइटम’ टिप्पणी पर नाराजगी जतायी

राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश की मंत्री के खिलाफ कमलनाथ की ‘आइटम’ टिप्पणी पर नाराजगी जतायी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:59 pm IST
Published Date: October 20, 2020 12:42 pm IST

वायनाड, 20 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की मंत्री इमरती देवी के खिलाफ ‘आइटम’ टिप्पणी पर मंगलवार को नाराजगी जाहिर करते हुए इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया।

तीन दिवसीय दौरे पर केरल आए गांधी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘महिला के खिलाफ कोई भी इस तरह अभद्र व्यवहार नहीं कर सकता। कमलनाथजी मेरी पार्टी के हैं, लेकिन मैं निजी तौर पर इस तरह की भाषा को पंसद नहीं करता जिस तरह की भाषा कमलनाथ जी ने इस्तेमाल की। मैं इसका समर्थन नहीं करता । यह दुर्भाग्यपूर्ण है । ’’

वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने कहा कि देश में महिलाओं के सम्मान की दिशा में बहुत कुछ सुधार की जरूरत है । चाहे कारोबार हो, सरकार और अन्य क्षेत्रों में, हर जगह महिलाओं का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी महिलाएं हमारी शान हैं। उनकी रक्षा होनी चाहिए और मैं इस तरह की भाषा का समर्थन नहीं करता ।’’

 ⁠

मध्यप्रदेश में डबरा सीट पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने रविवार को कहा था कि कांग्रेस के प्रत्याशी ‘सामान्य व्यक्ति’ हैं जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी ‘आइटम’ हैं । भाजपा ने डबरा सीट पर इमरती देवी को प्रत्याशी बनाया है।

उनकी इस टिप्पणी पर विरोध शुरू हो गया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने कमलनाथ के खिलाफ प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनकी टिप्पणी के लिए स्पष्टीकरण मांगा । चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कमलनाथ की टिप्पणी की निंदा करने उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटाने को कहा ।

कमलनाथ ने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था और कहा था कि उन्होंने कुछ भी असम्मानजनक नहीं कहा है । उन्होंने सोमवार रात संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने कुछ भी असम्मानजनक नहीं कहा। मैं महिलाओं का सम्मान करता हूं, अगर किसी को लगता है कि यह असम्मानजनक है तो मैं इसके लिए खेद प्रकट करता हूं । ’’

भाषा आशीष पवनेश

पवनेश


लेखक के बारे में