राजे का सरकार पर कटाक्ष, कहा- भ्रष्‍टाचार राहत शिविर लगाए कांग्रेस सरकार

राजे का सरकार पर कटाक्ष, कहा- भ्रष्‍टाचार राहत शिविर लगाए कांग्रेस सरकार

राजे का सरकार पर कटाक्ष, कहा- भ्रष्‍टाचार राहत शिविर लगाए कांग्रेस सरकार
Modified Date: April 20, 2023 / 08:06 pm IST
Published Date: April 20, 2023 8:06 pm IST

जयपुर, 20 अप्रैल (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्‍य की कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को ‘महंगाई राहत’ के बजाय ‘भ्रष्‍टाचार राहत’ शिविर लगाने चाहिए।

इसके साथ ही राजे ने कहा क‍ि कुछ लोग षड्यंत्र पूर्वक उन पर ‘मिलीभगत’ का आरोप लगाते रहते हैं। राजे सूरतगढ़ कस्बे में विश्नोई समाज के जंभेश्वर मंदिर कलश स्थापना समारोह को संबोधित कर रही थीं।

उनके प्रवक्‍ता के अनुसार बिश्नोई समाज के नियमों का ज‍िक्र करते हुए राजे ने राज्‍य सरकार पर कटाक्ष किया।

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उन्होंने कहा, ’12वां नियम है-चोरी नहीं करना। भ्रष्टाचार एक क‍िस्‍म की चोरी ही है। जहां बिना पैसे काम नहीं होते वहां महंगाई कैसे कम होगी । लगाना ही है तो भ्रष्टाचार राहत कैम्प लगायें। महंगाई अपने आप कम हो जायेगी।’

उल्‍लेखनीय है कि राजस्‍थान सरकार अपनी जनकल्याणकारी और महंगाई से राहत दिलाने वाली योजनाओं को लेकर 24 अप्रैल से ‘महंगाई राहत शिविर’ लगाने जा रही है।

राजे ने कहा क‍ि बिश्नोई समाज का 13वां नियम निंदा नहीं करना और 14 वां नियम झूठ नहीं बोलना है, लेकिन कई लोगों को निन्दा और झूठे आरोप लगाए बिना नींद ही नहीं आती लेकिन झूठे आरोप उसी पर लगते हैं जो ‘प्रतिद्वंद्वी’ की नींद उड़ा कर रखे।

उन्होंने कहा, ‘कई लोग षड्यंत्र पूर्वक एक ही झूठ बोलते आ रहे हैं रहे हैं कि ‘वो तो मिले हुए हैं, उनमें तो मिलीभगत हैं।’

राजे ने कहा कहा, ‘ जिनसे सिद्धांत नहीं मिलते, जिनसे विचारधारा नहीं मिलती, जिनसे हर दिन अमर्यादित भाषा सुनने को मिलती हों, उनसे मिलीभगत कैसे सम्भव है। क्या कभी दूध और नीबू का रस आपस में मिल सकते है।’’

उल्लेखनीय है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करवाने में सत्तारूढ गहलोत सरकार की ‘निष्क्रियता’ को लेकर पिछले सप्ताह जयपुर में एक दिन का अनशन रखा था।

बिना क‍िसी घटना या क‍िसी नेता व‍िशेष का नाम लिए राजे ने कहा, ‘बिश्नोई समाज के 20 वें नियम में है – अहंकार का त्याग… जो नये-नये राजनीतिज्ञों में होता है। हल्दी की गांठ क्या मिल जाती है, पंसारी समझ लेते हैं। न छोटों से सद्व्यवहार और न बड़ों का सम्मान, पर हमारी पार्टी में ऐसा नहीं है।’

राजे ने उपस्थिति लोगों से कहा, ‘सम्पूर्ण समाज का जो भला कर सके, ऐसे लोगों का ही साथ दो, ताकि हम आपकी फिर से सेवा कर सकें।’

भाषा पृथ्‍वी कुंज रंजन

रंजन


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