नई दिल्ली। Raksha Bandhan subh Muhurat: भाई-बहन के प्रेम का त्योहार रक्षा बंधन इस बार 11 अगस्त को मनाया जाएगा। हिंदी पंचांग के मुताबिक प्रत्येक साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि को रक्षा बंधन मनाया जाता है। हिंदु धर्म में रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के रिश्ते में बड़ा महत्व रखता है। इस दिन बहन अपने भाइयों के सुखमय जीवन की कामना करते हुए उनके कलाइयों में राखी बांधती हैं, तो वहीं भाई अपनी बहनों को सुरक्षा का वचन देते हैं।〈 >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<< 〉
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ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार राखी बांधने की रस्म विशेष मुहूर्त पर संपन्न हो तो बंधन का महत्व और भी बढ़ जाता है। ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो इस वर्ष रक्षा बंधन पर 4 शुभ योग बन रहा है। इसके साथ ही 5 अबूझ मुहूर्तों में राखी बांधना अत्यंत शुभ होगा।
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Raksha Bandhan 2022 : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार रक्षा बंधन पर 4 शुभ योग एकसाथ बन रहे हैं। रक्षा बंधन से एक दिन पहले यानी 10 अगस्त को शाम 7 बजकर 35 मिनट से 11 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 41 मिनट तक आयुष्मान योग का शुभ संयोग बन रहा है। इसके साथ ही 11 अगस्त को सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 6 बजकर 53 मिनट तक रवि योग रहेगा। इस दिन दोपहर 3 बजकर 32 मिनट से अगले दिन सुबह 11 बजकर 33 मिनट तक सौभाग्य योग का शुभ संयोग रहेगा। इसके अलावा 11 अगस्त को धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग का भी संयोग प्राप्त हो रहा है।
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Raksha Bandhan 2022 : इस साल रक्षा बंधन के दिन 4 शुभ योग के साथ ही 5 अबूझ मुहूर्त भी प्राप्त हो रहे हैं। इन 5 अबूझ मुहूर्तों में भाई की कलाई पर राखी बांधना उत्तम होगा। 11 अगस्त को सुबह 11 बजकर 37 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक अभीजीत मुहूर्त रहेगा। इसके बाद दोपहर 2 बजकर 14 मिनट से 3 बजकर 7 मिनट तक विजय मुहूर्त रहने वाला है। इसके साथ ही गोधूली मुहूर्त शाम 6 बजकर 23 मिनट से 6 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। संध्या मुहूर्त शाम 6 बजकर 36 मिनट से 7 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा अमृत काल मुहूर्त शाम 6 बजकर 55 मिनट से 8 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। रक्षा बंधन के दिन भद्राकाल में राखी बांधना निषेध माना गया है।