Today News & Live Updates 5 June 2025/Image Credit: IBC24
अयोध्या: अयोध्या स्थित भव्य राम मंदिर की पहली मंजिल पर गंगा दशहरा के अवसर पर भगवान राम के ‘राजा राम’ रूप की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जा रही है। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्वाह्न 11 बजकर 25 मिनट से शुरू हो गया है। यह 11 बजकर 40 मिनट के बीच तक चलेगा। अयोध्या में राम दरबार समेत आठ विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम की नगरी में मौजूद हैं। यहां पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया और फिर रामलला के दरबार पहुंचे। जहां आरती में शामिल हुए। इसके बाद वह राम मंदिर के प्रथम तल पर आयोजित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण और पावन दिन है। गंगा दशहरा की पावन तिथि है आज ही के दिन मां गंगा का उतरन इस धरा पर हुआ था। आज ये पावन तिथि महाराज भगीरथ के बाद इस कार्य को अविरल और निर्मल गंगा के नाम पर नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से पीएम मोदी ने देशवासियों को दिया। हम इसके लिए पीएम मोदी के आभारी हैं। आज विश्व पर्यावरण दिवस भी है पूरी दुनिया पर्यावरण के कठिन चुनौतियों से जूझ रही है। ये चुनौती मनुष्य द्वारा ही निर्मित चुनौती है और इसके समाधान का मार्ग भी मनुष्य को ही उठाना पड़ेगा और इसलिए पीएम मोदी ने पूरे भारतवासियों को आह्वान किया है कि इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें प्रकृति के साथ एक समन्वय और संवाद बनाना पड़ेगा। इस समन्वय और संवाद का नाम उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ दिया। आज उत्तर प्रदेश में इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ ये कार्यक्रम आज से लेकर लगातार चलेगा और 23 जून को इसका एक बेहद रूप प्रदेश में देखने को मिलेगा। 35 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण का लक्ष्य हम लोगों ने इस बार भी रखा है ये क्रम 15 अगस्त तक लगातार चलेगा।”
#WATCH उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण और पावन दिन है। गंगा दशहरा की पावन तिथि है आज ही के दिन मां गंगा का उतरन इस धरा पर हुआ था…आज ये पावन तिथि महाराज भगीरथ के बाद इस कार्य को अविरल और निर्मल गंगा के नाम पर नमामि गंगे परियोजना के… pic.twitter.com/nAC3HF6oVl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2025
बता दें कि गंगा दशहरा वह दिन होता है जब राजा भगीरथ की तपस्या से प्रभावित होकर पवित्र नदी गंगा भगवान शिव की जटाओं से पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है और यह पुण्य, तपस्या एवं मानवता के सामूहिक कल्याण का प्रतीक है। अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम ने बताया कि गंगा दशहरा पर किया गया कोई भी शुभ कार्य कई गुना फल देता है। उन्होंने कहा, ‘शायद यही वजह है कि राम मंदिर न्यास ने राजा राम के अभिषेक के लिए इस दिन को चुना।’