रामविलास पासवान का निधन भारतीय राजनीति के लिये अपूरणीय क्षति : नीतीश कुमार

रामविलास पासवान का निधन भारतीय राजनीति के लिये अपूरणीय क्षति : नीतीश कुमार

रामविलास पासवान का निधन भारतीय राजनीति के लिये अपूरणीय क्षति : नीतीश कुमार
Modified Date: November 29, 2022 / 08:32 pm IST
Published Date: October 8, 2020 4:32 pm IST

पटना, आठ अक्तूबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को कहा कि उनका निधन भारतीय राजनीति के लिये अपूरणीय क्षति है । मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘ रामविलास पासवान भारतीय राजनीति के बड़े हस्ताक्षर थे । वे प्रखर वक्ता, लोकप्रिय राजनेता, कुशल प्रशासक, मजबूत संगठनकर्ता और बेहद मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे । ’’

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उन्होंने कहा कि वह (पासवान) पहली बार 1969 में बिहार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए थे । 1977 में वे पहली बार हाजीपुर लोकसभा सीट के लिये चुने गए थे और उनकी यह जीत विश्व रिकार्ड के रूप में दर्ज हुई थी । नीतीश कुमार ने रामविलास पासवान के साथ अपने आत्मीय संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि उनके साथ हमारा पुराना रिश्ता रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ उनके पासवान) निधन से मुझे व्यक्तिगत तौर पर दुख पहुंचा है । उनका निधन भारतीय राजनीति के लिये अपूरणीय क्षति है ।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना करते हैं ।

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गौरतलब है कि राजनीति में गहरी पैठ रखने वाले लोजपा नेता और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान का गुरूवार को निधन हो गया है। रामविलास पासवान पिछले कुछ महीने से बीमार चल रहे थे और दिल्ली में स्थित अस्पताल में भर्ती थे। हाल में ही उनके हृदय का आपरेशन हुआ था। रामविलास पासवान के निधन की खबर पुत्र चिराग पासवान ने ट्वीट कर दी।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com