राणा का प्रत्यर्पण भारतीय एजेंसियों की 15 साल की मेहनत का परिणाम : कांग्रेस

राणा का प्रत्यर्पण भारतीय एजेंसियों की 15 साल की मेहनत का परिणाम : कांग्रेस

राणा का प्रत्यर्पण भारतीय एजेंसियों की 15 साल की मेहनत का परिणाम : कांग्रेस
Modified Date: April 12, 2025 / 10:01 pm IST
Published Date: April 12, 2025 10:01 pm IST

नयी दिल्ली, 12 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि मुंबई आतंकवादी हमले से जुड़े आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा का अमेरिका से प्रत्यर्पण भारतीय जांच एजेंसियों की 15 साल की कड़ी मेहनत का नतीजा है।

पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक वीडियो जारी कर यह भी कहा कि राणा के प्रत्यर्पण का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दे रहे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को बताना चाहिए कि क्या वे भारतीय एजेंसियों द्वारा वांछित दाऊद इब्राहिम, डेविड हेडली, मेहुल चोकसी और कई अन्य का प्रत्यर्पण अब तक नहीं हो पाने का भी श्रेय उन्हें देंगे।

राणा को बीते 10 अप्रैल को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था।

 ⁠

खेड़ा ने कहा, ‘आज यह साबित करने की होड़ है कि तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का श्रेय किसी न किसी तरह से नरेन्द्र मोदी और केवल नरेन्द्र मोदी को जाए। यह प्रत्यर्पण हमारी एजेंसियों की 15 साल की कड़ी मेहनत का परिणाम है।’

कांग्रेस नेता ने इस आतंकवादी के प्रत्यर्पण से जुड़े घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि अक्टूबर, 2009 में डेनमार्क के कोपेनहेगन में आतंकी हमले का मंसूबा बनाते समय तहव्वुर राणा और डेविड हेडली को पकड़ा गया था और तब खुलासा हुआ था कि वे मुंबई आतंकी हमले की साजिश के लिए जिम्मेदार थे।

हेडली 26/11 मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं में से एक है।

उन्होंने कहा कि तत्कालीन संप्रग सरकार ने उनके खिलाफ विभिन्न अधिनियमों के तहत मामला दर्ज किया था।

कांग्रेस नेता ने कहा कि संप्रग सरकार के समय ही राणा के प्रत्यर्पण के प्रयास शुरू हुए थे।

भाषा हक पवनेश रंजन

रंजन


लेखक के बारे में