रोहिणी अदालत गोलीबारी :किस तरह विरोधी गिरोह ने गोगी की हत्या को अंजाम दिया

रोहिणी अदालत गोलीबारी :किस तरह विरोधी गिरोह ने गोगी की हत्या को अंजाम दिया

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  • Publish Date - December 24, 2021 / 07:04 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:48 PM IST

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) रोहिणी अदालत में हुई गोलीबारी के मामले में दाखिल आरोपपत्र से पता चलता है कि गैंगस्टर गोगी की हत्या की योजना को कैसे जेल से अंजाम दिया गया था। इसमें इस बात का जिक्र है कि किस तरह से अदालत के कामकाज के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कानून के एक छात्र की मदद ली गई और किस तरह से सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया गया।

दो हमलावरों ने वकील के भेष में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी पर 24 सितंबर को अदालत कक्ष में गोलीबारी की थी जहां उसके खिलाफ हत्या के प्रयास के एक मामले की सुनवाई चल रही थी। विरोधी गैंग के दोनों हमलावरों को पुलिस ने त्वरित मुठभेड़ में मार गिराया।

दिल्ली पुलिस ने 122 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया है जिसमें मारे गए दोनों हमलावरों सहित सात लोगों को आरोपित किया गया है। आरोपपत्र से खुलासा होता है कि गोगी की हत्या की योजना अगस्त 2021 में शुरू हुई और इसे अंजाम देने के लिए कई लोगों की मदद ली गई।

पुलिस ने सुनील बालियान उर्फ टिल्लू, नवीन डबास उर्फ बाली, उमंग यादव, विनय यादव, आशीष कुमार को मामले में आरोपित किया है। मारे गए हमलावर राहुल एवं जयदीप के खिलाफ भी आरोपपत्र दाखिल किया गया है।

दिल्ली पुलिस ने 17 दिसंबर को दाखिल आरोपपत्र में कहा है कि मारे गए हमलावरों ने ‘‘पूर्व नियोजित गहरे आपराधिक षड्यंत्र’’ के तहत गोगी की हत्या की। आरोपपत्र के मुताबिक इसकी योजना मंडोली जेल से आरोपी टिल्लू एवं उसके सहयोगियों ने बनाई थी।

अंतिम रिपोर्ट के अनुसार मामले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता टिल्लू ने कथित हत्या योजना को व्हाट्सएप कॉल से अंजाम दिया और जेल प्रकोष्ठ में लगे टीवी पर गोगी की हत्या की खबर देखी।

टिल्लू के खुलासे वाले बयान के मुताबिक उसने पुरानी दुश्मनी के कारण गोगी की हत्या की। उसने कहा कि गोगी ने उसके एक पुराने मित्र एवं गिरोह के कई सदस्यों की हत्या कर दी थी।

भाषा नीरज नीरज नरेश

नरेश