राजस्थान: इंदिरा गांधी मुख्य नहर के सुधार कार्यों पर 40 करोड़ रुपए खर्च होंगे
राजस्थान: इंदिरा गांधी मुख्य नहर के सुधार कार्यों पर 40 करोड़ रुपए खर्च होंगे
जयपुर, छह मई (भाषा) राज्य सरकार इंदिरा गांधी मुख्य नहर से निकलने वाली सीधी नहरों और वितरिकाओं को सुदृढ़ कराएगी जिसपर 40 करोड़ रुपए की लागत आएगी। एक बयान में इसकी जानकारी दी गयी है ।
एक सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। योजना के तहत जैसलमेर जिले में नहर की बुर्जी 1254 से 1458.5 के मध्य से निकलने वाली नहरों और वितरिकाओं में सुधार कार्य होंगे।
इसमें कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में आठ करोड़ रुपए से विभिन्न कार्य होंगे। इसके अनुसार राज्य के नहरी सिंचित क्षेत्र में अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने तथा इसका संतुलित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने नहर विकास के लिए राशि उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की थी।
एक अन्य फैसले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में खेलों के लिए आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए 270 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। इस राशि से विभिन्न जिलों में खेल स्टेडियम, खेल परिसर, खेल अकादमियों एवं मल्टीपरपज इन्डोर हॉल का निर्माण किया जाएगा।
बयान के अनुसार गहलोत के इस निर्णय से खिलाड़ियों को बेहतर खेल सुविधाएं एवं प्रशिक्षण प्राप्त हो सकेगा तथा वे अपनी खेल प्रतिभा को निखार कर राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकेंगे। श्री गहलोत ने वर्ष 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की थी।
राज्य के सातों संभागों में सलीम दुर्रानी आवासीय स्पोर्ट्स स्कूल शुरू होंगे। वहीं, प्रतापगढ़ में अरनोद, अलवर में कठूमर, थानागाजी, कोटकासिम (किशनगढ़ बास), बांसवाड़ा में कुशलगढ़, बारां में अटरू, बूंदी में देई (हिण्डौली), भरतपुर में नदबई, चूरू में सरदारशहर, दौसा में मण्डावर (महुवा), धौलपुर में राजाखेड़ा, जयपुर में जमवारामगढ़, झुंझुनूं में मलसीसर (मंडावा), जोधपुर में बिलाड़ा, पीपाड़, बलेसर, नागौर में डेगाना, लाडनूं, पाली में जैतारण, सुमेरपुर, सवाई माधोपुर में बाटोदा (बामनवास), सीकर में दांतारामगढ़, जालौर में रानीवाड़ा, डूंगरपुर में झोंथरीपाल, बाड़मेर में सिवाना में खेल मैदान और अकादमियां संचालित की जाएंगी।
भाषा पृथ्वी दिलीप रंजन
रंजन

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