भारत और रूस के बीच हुए 5 समझौतों में विमान भेदी मिसाइल भी शामिल है. विमान भेदी मिसाइल के शामिल होने से भारतीय सेना की ताकता और बढ़ जाएगी. प्रधानमंत्री के रूस दौरे को लेकर भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान और चीन नज़रे जमाए हुए है.
रूस ने गुरुवार को कहा कि वह भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली S-400 ट्राएम्फ की आपूर्ति के लिए तैयारी कर रहा है। इसके लिए दोनों सरकारें शर्तों पर ‘सामान्य चर्चा’ कर रही हैं। रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन ने पत्रकारों से कहा कि भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली S-400 की आपूर्ति को लेकर प्री-कॉन्ट्रैक्ट तैयारियां जारी हैं।
भारत ने पिछले साल 15 अक्टूबर को रूस के साथ ट्राएम्फ वायु रक्षा प्रणाली को लेकर एक समझौते की घोषणा की थी जिसकी कीमत 5 अरब डॉलर से ज्यादा है। भारत ने इसके साथ ही 4 युद्धपोत निर्माण में सहयोग और कामोव हेलीकॉप्टर के लिए एक संयुक्त निर्माण इकाई स्थापित करने की भी घोषणा की थी। भारत और रूस के बीच इस अहम रक्षा सौदे का ऐलान पिछले साल गोवा में आयोजित BRICS समिट के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत के बाद हुआ था।
S-400 ट्राएम्फ लॉन्ग-रेंज एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम में दुश्मन के आने वाले लड़ाकू विमानों, मिसाइलों और यहां तक कि 400 किलोमीटर तक की ऊंचाई पर उड़ रहे ड्रोन को नष्ट कर सकता है। भारत पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से रूस के साथ कम से कम 5 S-400 विमानभेदी मिसाइल रक्षा प्रणाली को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। यह प्रणाली इस क्षेत्र में गेमचेंजर साबित होगी। S-400 सिस्टम से तीन तरह के मिसाइल दागे जा सकते हैं और एक साथ 36 टारगेट ध्वस्त कर सकता है।