आतंकवादियों और उनके समर्थकों के प्रति समान दृष्टिकोण जारी रहेगा : सेना प्रमुख

आतंकवादियों और उनके समर्थकों के प्रति समान दृष्टिकोण जारी रहेगा : सेना प्रमुख

आतंकवादियों और उनके समर्थकों के प्रति समान दृष्टिकोण जारी रहेगा : सेना प्रमुख
Modified Date: November 17, 2025 / 12:55 pm IST
Published Date: November 17, 2025 12:55 pm IST

नयी दिल्ली, 17 नवंबर (भाषा) सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत आतंकवादियों और उनके समर्थकों के प्रति समान दृष्टिकोण रखता रहेगा और आतंकवाद का कड़ा जवाब देगा।

सेना प्रमुख ने एक संवाद सत्र में यह भी कहा कि दोनों देशों के नेतृत्व के बीच बातचीत के बाद पिछले एक साल में चीन के साथ भारत के संबंधों में सुधार हुआ है।

पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर, जनरल द्विवेदी ने कहा कि नयी दिल्ली पाकिस्तान से निपटने में ‘नई सामान्य स्थिति’ की नीति अपना रही है और अगर पड़ोसी देश भारत को निशाना बनाने वाले आतंकवादी समूहों का समर्थन करना जारी रखता है तो यह उसके लिए एक चुनौती होगी।

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उन्होंने कहा, ‘‘भारत प्रगति और समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करता है। अगर कोई हमारे रास्ते में बाधा डालता है, तो हमें उसके खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।’’

सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हमने कहा है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते; खून और पानी साथ-साथ नहीं चल सकते। हम शांतिपूर्ण प्रक्रिया के पक्ष में हैं, जिसमें हम सहयोग करेंगे। तब तक, हम आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों के साथ एक जैसा व्यवहार करेंगे।’’

उन्होंने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की परमाणु धमकी का हवाला देते हुए कहा, ‘‘आज भारत ऐसी स्थिति में है कि उसे किसी भी ब्लैकमेलिंग का डर नहीं है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद से निपटने में हमारी नई सामान्य स्थिति पाकिस्तान के लिए एक चुनौती होगी।’’

सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘आज के समय में हमारी प्रतिरोधक क्षमता बहुत मजबूत है। हमारी प्रतिरोधक क्षमता काम कर रही है।’’

जनरल द्विवेदी ने यह भी कहा कि 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति में काफी सुधार हुआ है।

उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद राजनीतिक स्पष्टता आई है। आतंकवाद में भारी गिरावट आई है।’’

सेना प्रमुख ने यह भी संकेत दिया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मणिपुर का दौरा करने पर विचार कर सकती हैं क्योंकि राज्य में स्थिति में सुधार हो रहा है।

भाषा वैभव मनीषा

मनीषा


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