सक्सेना ने दिल्ली में निर्दिष्ट यमुना घाटों पर छठ पूजा की मंजूरी दी: सूत्र |

सक्सेना ने दिल्ली में निर्दिष्ट यमुना घाटों पर छठ पूजा की मंजूरी दी: सूत्र

सक्सेना ने दिल्ली में निर्दिष्ट यमुना घाटों पर छठ पूजा की मंजूरी दी: सूत्र

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:01 PM IST, Published Date : October 26, 2022/8:36 pm IST

नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने यमुना नदी के निर्धारित घाटों पर छठ पूजा की मंजूरी दे दी है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुद्दे पर ‘‘भ्रामक और अपरिपक्व प्रचार’ करने के प्रति आगाह भी किया। यह जानकारी उपराज्यपाल कार्यालय के सूत्रों ने बुधवार को दी।

सूत्रों ने कहा कि कुछ दिन पहले केजरीवाल के एक ट्वीट ने भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर दी थी क्योंकि कई लोगों को यह लगा कि यमुना नदी के किनारे छठ पूजा कहीं भी की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने छठ पूजा पर उन्हें भेजी गई फाइल को मंजूरी दे दी है, लेकिन अंतिम मंजूरी मिलने से पहले ही 21 अक्टूबर को केजरीवाल के ट्वीट का संज्ञान भी लिया।

आम आदमी पार्टी (आप) ने हालांकि, नोट में उपराज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री के लिए इस्तेमाल की गई भाषा पर आपत्ति व्यक्त की और कहा कि सक्सेना ‘‘सस्ते प्रचार के भूखे’’ हैं।

सूत्रों के मुताबिक, उपराज्यपाल ने इस मामले पर संज्ञान लिया और फाइल में लिखा, ‘‘इस मुद्दे पर मेरे विचार के लिए रखे जाने और मेरे द्वारा इस विषय पर एक स्वतंत्र राय बनाने से पहले ही, इस मुद्दे पर प्रचार किया गया।’’

उन्होंने नोट में कहा कि ट्वीट से यह धारणा बनी कि ‘‘छठ त्योहार यमुना के सभी घाटों पर मनाया जाएगा’, जो ‘भ्रामक’ है और इससे जनता में भ्रम उत्पन्न हो सकता है क्योंकि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने केवल ‘‘निर्दिष्ट स्थलों’’ पर पूजा की अनुमति दी है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह गंभीर रूप से समस्या उत्पन्न करने वाला है क्योंकि यह शासन की योजना के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन करता है। यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि निर्णय का समय से पहले प्रचार रुचि पैदा करता है और इस प्रकार निर्णय लेने की प्रक्रिया को स्वतंत्र रूप से प्रभावित करता है जो कि अत्यंत संवेदनशील है क्योंकि यह लोगों के एक बड़े वर्ग के धार्मिक विश्वासों और व्यवहार से संबंधित है।’’

सूत्रों के अनुसार, सक्सेना ने फाइल नोट में लिखा, ‘‘माननीय मुख्यमंत्री को सलाह दी जाती है कि वे भविष्य में व्यापक जनहित में इस तरह के कृत्यों से परहेज करें।’’

घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए, आप ने कहा, ‘‘हम मुख्यमंत्री के लिए उपराज्यपाल द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा पर कड़ी आपत्ति जताते हैं। वह हर दिन सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री को बुरा भला कहकर अपने पद की गरिमा को कमतर कर रहे हैं।’’

आप ने एक बयान में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री एक निर्वाचित प्रतिनिधि हैं जो ऐतिहासिक अंतर के साथ लगातार तीसरी बार निर्वाचित हुए हैं। उपराज्यपाल के पास हर दिन मुख्यमंत्री को सार्वजनिक रूप से फटकारने का कोई काम नहीं है। उपराज्यपाल सस्ते प्रचार के भूखे हैं और हर दिन समाचार पत्रों में अपना नाम देखना चाहते हैं।’’

इस साल मई में सक्सेना के पद संभालने के बाद से आप सरकार और उपराज्यपाल कार्यालय के बीच कई मुद्दों पर टकराव सामने आ चुका है।

सक्सेना ने हाल ही में 4 अक्टूबर को बिजली सब्सिडी योजना में कथित अनियमितताओं की जांच का आदेश दिया था। इस पर आप नेताओं ने दावा किया था कि उपराज्यपाल का कदम गुजरात चुनावों से जुड़ा है और इसका उद्देश्य मुफ्त बिजली पहल को रोकना है।

सूत्रों ने कहा कि उपराज्यपाल सक्सेना ने केजरीवाल से छठ पूजा के श्रद्धालुओं के लिए साफ घाट और पानी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।

एक सूत्र ने कहा, ‘‘छठ पूजा करने की उपराज्यपाल द्वारा स्वीकृति यमुना पर निर्दिष्ट घाटों के लिए है।’’

सक्सेना ने राजस्व और पर्यावरण विभागों को यमुना प्रदूषण पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।

छठ व्यवस्था के लिए दिल्ली सरकार का राजस्व विभाग नोडल एजेंसी है। यह छठ को सफल बनाने के लिए अन्य सरकारी विभागों और नागरिक एजेंसियों के साथ नजदीकी समन्वय में काम कर रहा है।

छठ पर्व 30 और 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसके तहत महिलाएं उपवास करके घुटने तक पानी में खड़े होकर डूबते और उगते सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं। यह त्योहार दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल-यानी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है।

पूर्वांचली नेता एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद मनोज तिवारी ने अगस्त में उपराज्यपाल को एक पत्र लिख कर उनसे दिल्ली सरकार के अधिकारियों को यमुना के घाटों पर छठ पूजा की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश देने का आग्रह किया था। दिल्ली सरकार ने 1,100 स्थलों पर छठ पूजा की व्यवस्था की है।

भाषा अमित मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)