कर्नाटक: सिद्धरमैया ने रामनगर का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण करने के फैसले का बचाव किया

कर्नाटक: सिद्धरमैया ने रामनगर का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण करने के फैसले का बचाव किया

कर्नाटक: सिद्धरमैया ने रामनगर का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण करने के फैसले का बचाव किया
Modified Date: May 23, 2025 / 08:05 pm IST
Published Date: May 23, 2025 8:05 pm IST

बेंगलुरु, 23 मई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शुक्रवार को रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला करने के फैसले का बचाव किया।

इससे पहले केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर जमीन की कीमतें बढ़ाने के लिए ऐसा करने का आरोप लगाया था।

कर्नाटक सरकार ने बृहस्पतिवार को रामनगर जिले का नाम बदलकर ‘बेंगलुरु दक्षिण’ करने को मंजूरी दे दी थी। सरकार के मुताबिक बेंगलुरु शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर रामनगर शहर पूर्व की तरह जिला मुख्यालय बना रहेगा।

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इसमें मगदी, कनकपुरा, चन्नपटना और हरोहल्ली तालुका भी शामिल होंगे।

रामनगर, शिवकुमार का गृह जिला है, जो कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख हैं। शिवकुमार, जिले की कनकपुरा विधानसभा सीट से विधायक हैं और उन्होंने ही सबसे पहले जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण करने का प्रस्ताव रखा था।

कुमारस्वामी ने नयी दिल्ली में कहा, “क्या उन्हें (कांग्रेस सरकार को) लगता है कि वे स्थायी रूप से सत्ता में बने रहेंगे। हालात बदलेंगे। उन्होंने जो नाम दिया है, उसे भविष्य में बदला जाएगा।”

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रामनगर का इतिहास समृद्ध है, जिसने राज्य को तीन मुख्यमंत्री दिए हैं।

उन्होंने कहा कि अगर जिले का नाम पूर्व मुख्यमंत्री केंगल हनुमंथैया के नाम पर रखा जाता तो उन्हें खुशी होती।

कुमारस्वामी ने कहा कि 2007 में जब वह मुख्यमंत्री थे तब रामनगर जिले का गठन किया गया था और इसका नाम सबसे बड़े कस्बे के नाम पर रखा गया था।

कुमारस्वामी ने आरोप लगाया, “वे (कांग्रेस) 2007 में भी विरोध कर सकते थे जब मैंने यह फैसला लिया था लेकिन उन्होंने नहीं किया।”

केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि नाम बदलना शिवकुमार की जमीन की कीमतें बढ़ाने की साजिश का हिस्सा है।

उन्होंने कहा, “जिले का नाम क्यों बदला गया? छिपा हुआ एजेंडा स्पष्ट है। मैं अभी कुछ नहीं करूंगा। मैं सही समय पर जवाब दूंगा।”

सिद्धरमैया ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार के पास जिले का नाम बदलने का अधिकार है, जिसका उसने इस्तेमाल किया।

विरोधियों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि नाम बदलने के दौरान इसके इतिहास को राज्य सरकार ने नजरअंदाज किया गया। इस संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धरमैया ने जानना चाहा कि रामनगर का नाम रखने के लिए किस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखा गया था।

उन्होंने मैसूरु में संवाददाताओं से कहा, “यह निर्णय (रामनगर का नाम बदलने का) जनता की राय जानने के बाद लिया गया।”

भाषा जितेंद्र धीरज

धीरज


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