पिथौरागढ़ के गांवों में भालू के दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत
पिथौरागढ़ के गांवों में भालू के दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत
पिथौरागढ़, आठ दिसंबर (भाषा) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में बेरीनाग उपमंडल की निचली घाटी में थल कस्बे के आसपास के गांवों में जंगलों के रास्ते पर भालू के अक्सर दिखाई देने के कारण अब महिलाओं ने जानवरों के लिए चारा और ईंधन के लिए लकड़ी लाने हेतु वनों में जाना बंद कर दिया है।
भाटीगांव के ग्रामीण मनोज पाठक ने बताया कि भाटीगांव, हीपा, दरमोली, चौसाला, लेपार्थी और अदखेत गांवों के पास अक्सर भालू दिखाई दे रहा है जिसके डर से महिलाओं ने जंगलों में चारा और ईंधन की लकड़ी लाने के लिए जाना बंद कर दिया है।
पाठक ने कहा, ‘‘भालू के डर से न केवल चारा लाने में परेशानी हो रही है बल्कि ये पके हुए खट्टे फलों को भी बर्बाद कर रहे हैं। भालू इनके पेड़ों को हिला—हिलाकर खाने के लिए फल नीचे गिरा रहे हैं।’’
भालू के डर ने महिलाओं के रोजमर्रा के काम को भी प्रभावित किया है ।
चौसाला गांव की कला कार्की और सरिता कार्की ने बताया, ‘‘रविवार शाम बेरीनाग से लौटते समय एक भालू अचानक हमारे सामने आ गया। उसे देखकर हम जोर-जोर से चिल्लाए और शोर मचाया जिसके बाद वह सड़क से चला गया।’’
पिथौरागढ़ वन प्रभाग की बेरीनाग की रेंज अधिकारी चंदा मेहरा ने कहा कि ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए हमने वनकर्मियों की एक टीम भेज दी है। उन्होंने कहा, ‘‘हम ग्रामीणों को भालू के दिखाई देने पर सावधानी बरतने और हमलों से बचाने के लिए जागरूक कर रहे हैं एवं अन्य कदम उठा रहे हैं।’’
भाषा सं दीप्ति राजकुमार
राजकुमार

Facebook



