उदयपुर, तीन मई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार शाम उदयपुर में मेधावी आदिवासी विद्यार्थियों से बातचीत की।
विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री के साथ अपने करियर की योजनाओं को साझा किया और ‘अनुप्रति कोचिंग’ योजना जैसी योजनाओं को शुरू करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया, जिसके तहत लोक सेवा, इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान की जाती है।
गहलोत ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग’ योजना के तहत यहां कोचिंग प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में काफी सुधार हुआ है और उन्हें अपने जीवन में कुछ करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि इस योजना में लाभार्थियों की संख्या 15 हजार से बढ़ाकर 30 हजार की गई है जिससे अधिकाधिक विद्यार्थियों को अपना करियर बनाने में सहयोग मिलेगा।
गहलोत ने कहा कि वर्तमान में जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग के माध्यम से 200 विद्यार्थियों को नीट की निशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराई जा रही है और इस संख्या में इजाफा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में विस्तार को लेकर संवेदनशील और प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 70 वर्षों में राजस्थान में 250 कॉलेज खोले गए थे जबकि राज्य सरकार ने पिछले पांच वर्षों में 300 से अधिक कॉलेज खोलकर युवाओं को उच्च शिक्षा के अवसर मुहैया करवाएं हैं।
इस दौरान छात्राओं की मांग पर गहलोत ने डूंगरपुर जिले के पुनावाड़ा के विद्यालय को सीनियर सेकेंडरी में क्रमोन्नत (अपग्रेड) करने की घोषणा की।
भाषा कुंज नोमान
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