राज्य के खजाने का इस्तेमाल विशेष धर्म के संस्थान के निर्माण में नहीं हो सकता : शुभेंदु

राज्य के खजाने का इस्तेमाल विशेष धर्म के संस्थान के निर्माण में नहीं हो सकता : शुभेंदु

राज्य के खजाने का इस्तेमाल विशेष धर्म के संस्थान के निर्माण में नहीं हो सकता : शुभेंदु
Modified Date: December 11, 2024 / 08:19 pm IST
Published Date: December 11, 2024 8:19 pm IST

कोलकाता, 11 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को कहा कि सरकार राज्य के खजाने के धन का उपयोग किसी विशेष धर्म के किसी संस्थान के निर्माण के लिए नहीं कर सकती।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि पुरी में भगवान जगन्नाथ के मंदिर की तर्ज पर दीघा में बन रहे जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन अगले साल अप्रैल में अक्षय तृतीया के दिन किया जाएगा।

प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता अधिकारी ने कोलकाता में पश्चिम बंगाल विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि निर्माण के लिए सरकारी खजाने से धन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

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उन्होंने यह भी दावा किया कि पूर्वी मेदिनीपुर जिले के समुद्र तटीय शहर दीघा में ‘जगन्नाथ धाम सांस्कृतिक केंद्र’ के निर्माण के लिए एक सरकारी संगठन द्वारा कार्य आदेश जारी किया गया था और दस्तावेजों में मंदिर के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।

भाजपा विधायक अधिकारी ने कहा, ‘संविधान के अनुसार, सरकार किसी विशेष धर्म के संस्थान के निर्माण के लिए सरकारी खजाने से धन का उपयोग नहीं कर सकती है।’

उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख का हिंदू संगठनों से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के बाद ही हिंदू समुदाय का समर्थन हासिल करने के लिए उन्हें यह विचार सूझा।

भाजपा नेता अधिकारी ने कहा, ‘भारत के चार धामों में से एक (पुरी मंदिर) की नकल नहीं की जा सकती, साथ ही अन्य तीन धामों की भी नकल नहीं की जा सकती।’

भाषा शुभम अमित

अमित


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