असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी ताकि जम्मू कश्मीर में शांति बनी रहे: पुलिस प्रमुख

असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी ताकि जम्मू कश्मीर में शांति बनी रहे: पुलिस प्रमुख

असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी ताकि जम्मू कश्मीर में शांति बनी रहे: पुलिस प्रमुख
Modified Date: June 8, 2024 / 08:38 pm IST
Published Date: June 8, 2024 8:38 pm IST

श्रीनगर, आठ जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर. आर स्वैन ने शनिवार को कहा कि इस केंद्र शासित प्रदेश में शांति का माहौल खराब न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को कुछ असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी।

स्वैन ने पुलवामा जिले में संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब शांति का माहौल होगा, तभी चुनाव हो सकेंगे और लोग बिना किसी भय के मतदान कर सकेंगे। हम यही माहौल बनाए रखना चाहते हैं। कभी-कभी हमें (ऐसा करते समय) आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करने के लिए कि सड़कों पर शांतिपूर्ण माहौल बना रहें, हमें कुछ लोगों के खिलाफ सख्त होना होगा। पुलिस, परिभाषा के अनुसार, कानून लागू करने वाली संस्था है।’’

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स्वैन ने कहा कि हर व्यक्ति इस बात से संतुष्ट है कि हाल में जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए और मतदान का प्रतिशत काफी अधिक रहा।

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी इस बात से संतुष्ट हैं कि चुनाव शांतिपूर्ण रहे और मतदान प्रतिशत भी अधिक रहा। यह एक अच्छी शुरुआत है और हम चाहते हैं कि इससे एक सकारात्मक बदलाव आए।’’

जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों के बारे में पूछे जाने पर पुलिस प्रमुख ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में स्थानीय आतंकवादियों की संख्या घट रही है, लेकिन 70 से 80 विदेशी आतंकवादी सक्रिय हैं।

स्वैन ने कहा, ‘‘हमारे सामने अब स्थानीय आतंकवाद की जगह विदेशी आतंकवाद आ रहे हैं। स्थानीय आतंकवाद का मतलब है कि स्थानीय लड़के इसमें शामिल हो जाते हैं। उनकी संख्या में कमी आई है। हमारा प्रयास समाज की मदद से यह सुनिश्चित करना रहा है कि कोई भी स्थानीय लड़का आतंकवादियों से न जुड़े… इन प्रयासों के कारण स्थानीय आतंकवादियों की संख्या में कमी आई है, जिसके परिणामस्वरूप लोगों की जान बची है और हिंसा में कमी आई है।’’

पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘70 से 80 विदेशी आतंकवादी यहां आ चुके हैं। वे लगातार यहां आने की कोशिश कर रहे हैं और जब वे आते हैं, तो अपने साथ बंदूकें और आईईडी लेकर आते हैं। कुछ समय पहले उन्होंने बिजली के खंभे उड़ाने की कोशिश की थी। वे पैसे, स्कूल या अस्पताल लेकर नहीं आते।’’

स्वैन ने कहा कि कुछ स्थानीय लोग हैं जो उन्हें शरण देते हैं और एक जगह से दूसरी जगह ले जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उनके खिलाफ कार्रवाई करनी होगी ताकि दूसरे लोग सुरक्षित रहें।’’

भाषा

देवेंद्र रंजन राजकुमार

राजकुमार


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