Supreme Court on Vijay Shah: मंत्री विजय शाह पर सख्त सुप्रीम कोर्ट.. नामंजूर की माफी, कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिया था विवादित बयान

मध्यप्रदेश में भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजय शाह ने कर्नल कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करके एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कर्नल सोफिया को ‘‘आतंकवादियों की बहन’’ के रूप में पेश करने की कोशिश की थी।

Supreme Court on Vijay Shah: मंत्री विजय शाह पर सख्त सुप्रीम कोर्ट.. नामंजूर की माफी, कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिया था विवादित बयान
Modified Date: May 19, 2025 / 01:41 pm IST
Published Date: May 19, 2025 1:39 pm IST
HIGHLIGHTS
  • सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह की माफी ठुकराई, विशेष जांच टीम (SIT) गठित की।
  • SIT में तीन बाहरी आईपीएस अधिकारी, एक महिला अधिकारी शामिल होंगे।
  • ओवैसी ने विजय शाह की निंदा की, बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग की।

Supreme Court on Minister Vijay Shah: जबलपुर: कर्नल सोफिया कुरैशी पर अभद्र बयां देकर फंसे विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट किसी भी तरह से राहत देने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। आज हुई सुनवाई में मंत्री की माफ़ी नामंजूर कर दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि, वे इस मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन कर रहे है। इस टीम में तीन आईपीएस अफसर शामिल होंगे।

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सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि, कहा कभी-कभी माफी बचने के लिए मांगी जाती है। कभी-कभी यह मगरमच्छ के आंसू जैसी होती है। सुप्रीम कोर्ट ने SIT से मामले की जांच कर स्टेट्स रिपोर्ट देने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि, हम तीन आईपीएस अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर रहे हैं, जिसमें एक अधिकारी IG या DGP रैंक का होना चाहिए।

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कोर्ट ने एसआईटी में एक महिला अधिकारी को शामिल करने को कहा है। कोर्ट ने कहा सभी अधिकारी राज्य के बाहर के होने चाहिए। हम चाहते हैं कि राज्य सरकार SIT की रिपोर्ट हमें सौंपे। हम इस पूरे मामले पर करीबी नजर रख रहे हैं। कोर्ट 28 मई को इस मामले में अगली सुनवाई करेगा

ओवैसी भी भड़के

इससे पहले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी के लिए मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह पर शनिवार को निशाना साधते हुए उन्हें ‘‘नीच’’ और ‘‘गंदगी’’ करार दिया तथा कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को एक उदाहरण स्थापित करने के लिए उन्हें बर्खास्त करके गिरफ्तार करना चाहिए।

Supreme Court on Vijay Shah: ओवैसी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ के साथ एक साक्षात्कार में कुरैशी को भारत की ‘बेटी और बहन’ बताया और कहा कि मंत्री का रवैया एक विशेष समुदाय के प्रति नफरत को दर्शाता है। ओवैसी ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार को उन्हें मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा जाना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि यह न केवल देश में बल्कि दुनिया में एक बेहतरीन उदाहरण स्थापित करेगा – कि कोई भी इस तरह की ‘‘बकवास’’ नहीं कर सकता और वह भी ऐसे बहादुर अधिकारी के खिलाफ। ओवैसी ने कहा, ‘‘आप ऐसे लोगों को क्या कह सकते हैं? गंदगी देखने के बाद आप इसे गंदा कहेंगे…यह पूरी तरह से गंदगी..पूरी तरह से नफरत है।’’ एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा कि एक जिम्मेदार व्यक्ति और राज्य का मंत्री होने के बावजूद विजय शाह ने यह आरोप लगाया कि कुरैशी पाकिस्तानियों की बहन हैं।

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उन्होंने कहा, ‘‘वह उनकी बहन कैसे हो सकती है? वह देश की बेटी है…देश की बहन है। वह हमारे सशस्त्र बल का हिस्सा हैं। इसके बावजूद आप धर्म के चश्मे से देख रहे हैं और (उन्हें) आतंकवादियों से जोड़ रहे हैं।’’ ओवैसी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मंत्री ने जो कहा है, वह एक समुदाय के प्रति उनकी नफरत को दर्शाता है। उन्हें यह समझने की जरूरत है कि उन्हें पाकिस्तान से आने वाले आतंकवाद के प्रति नफरत रखनी चाहिए। अगर आपको लगता है कि यह एक मुस्लिम नाम है और मैं नफरत रखूंगा, तो दुनिया में आपके इलाज के लिए कोई दवा नहीं है।’’

Supreme Court on Vijay Shah: गौरतलब है कि, मध्यप्रदेश में भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजय शाह ने कर्नल कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करके एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कर्नल सोफिया को ‘‘आतंकवादियों की बहन’’ के रूप में पेश करने की कोशिश की थी। न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और न्यायमूर्ति अनुराधा शुक्ला की पीठ ने कहा था कि ‘‘सशस्त्र बल, शायद इस देश में मौजूद आखिरी संस्थान है, जो ईमानदारी, उद्योग, अनुशासन, बलिदान, नि:स्वार्थ भाव, चरित्र, सम्मान और अदम्य साहस को दर्शाता है और जिसे इस देश का हर नागरिक अपनी पहचान समझता है, उसे विजय शाह ने निशाना बनाया है।’’


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown