मणिपुर में ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस’ सबसे पहले 2005 में लागू हुआ था: कांग्रेस

मणिपुर में ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस’ सबसे पहले 2005 में लागू हुआ था: कांग्रेस

मणिपुर में ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस’ सबसे पहले 2005 में लागू हुआ था: कांग्रेस
Modified Date: September 4, 2025 / 11:21 pm IST
Published Date: September 4, 2025 11:21 pm IST

नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने मणिपुर में कुकी-जो समुदाय के दो प्रमुख संगठनों के साथ सरकार के समझौते के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में उसके शासनकाल में सबसे पहले सफलता मिली थी और पहली बार 2005 में ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस’ (एसओओ) लागू हुआ था।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ’13 सितंबर को राज्य में प्रधानमंत्री की यात्रा का मार्ग प्रशस्त करने के लिए कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट के साथ आज के ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस’ (एसओओ) समझौते को लेकर बहुत कुछ कहा जा रहा है।’

उन्होंने कहा कि पहली बार एसओओ अगस्त, 2005 को लागू हुआ था और बाद में इसे 22 अगस्त, 2008 को औपचारिक रूप दिया गया था।

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रमेश ने कहा, ‘इसे फरवरी 2024 में समाप्त कर दिया गया था। कुछ भी हो, राज्य के भाजपा नेता एसओओ के आलोचक रहे हैं। यह कांग्रेस ही थी जिसने सबसे पहले सफलता हासिल की।’

उल्लेखनीय है कि कुकी-जो समुदाय के दो प्रमुख संगठनों ने बृहस्पतिवार को सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें वे मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने, निर्दिष्ट शिविरों को संवेदनशील क्षेत्रों से स्थानांतरित करने और राज्य में दीर्घकालिक शांति एवं स्थिरता लाने के समाधान पर काम करने के लिए सहमत हुए।

कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन (केएनओ) और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) के साथ त्रिपक्षीय ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस’ समझौते में नए सिरे से शर्तों को निर्धारित किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि इससे मणिपुर में शांति प्रयासों पर सकारात्मक असर पड़ेगा।

भाषा हक अविनाश

अविनाश


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