तमिलनाडु सरकार का अल्पसंख्यकों को खुश करने का इरादा, लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं : भाजपा

तमिलनाडु सरकार का अल्पसंख्यकों को खुश करने का इरादा, लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं : भाजपा

तमिलनाडु सरकार का अल्पसंख्यकों को खुश करने का इरादा, लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं : भाजपा
Modified Date: December 12, 2025 / 03:17 pm IST
Published Date: December 12, 2025 3:17 pm IST

चेन्नई, 12 दिसंबर (भाषा) भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख नयनार नागेंद्रन ने कहा है कि यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है कि राज्य सरकार अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए न्यायपालिका के अधिकार को चुनौती देती है, लेकिन केवल तभी फैसले स्वीकार करती है, जब वे उसके पक्ष में सुनाए जाते हैं।

नागेंद्रन ने सत्तारूढ़ द्रमुक और उसके सहयोगियों पर मद्रास उच्च न्यायालय की पीठ के न्यायमूर्ति जी आर स्वामीनाथन को पद से हटाए जाने का प्रस्ताव लाने के लिए हमला बोला, जिन्होंने मदुरै में तिरुप्परनकुंड्रम पहाड़ी पर एक स्तंभ के ऊपर कार्तिगई दीपम उत्सव पर दीपक जलाने की अनुमति दी थी।

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘तिरुप्परनकुंड्रम दीप प्रज्ज्वलन मामले में फैसले को स्वीकार करने के बजाय न्यायाधीश को निशाना बनाने का द्रमुक का रुख केवल यह दर्शाता है कि सत्ताधारी पार्टी अल्पसंख्यकों को खुश करना चाहती है, न कि जनता के बीच शांति सुनिश्चित करने में रुचि रखती है।’’

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बृहस्पतिवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए नागेंद्रन ने कहा, ‘‘लोकतंत्र के हित में न्यायपालिका और राज्य प्रशासन के बीच टकराव से बचना चाहिए। अदालती फैसलों का पालन किया जाना चाहिए।’’

लगभग 107 सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को एक नोटिस लिखकर न्यायमूर्ति स्वामीनाथन को हटाने की मांग की है।

नागेंद्रन ने दावा किया, ‘‘इससे एक गलत मिसाल कायम होगी।’’

भाषा

शफीक दिलीप

दिलीप


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