‘राष्ट्रीय मजबूरी’ में कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ किया गठबंधन : तारिक हमीद कर्रा

‘राष्ट्रीय मजबूरी’ में कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ किया गठबंधन : तारिक हमीद कर्रा

‘राष्ट्रीय मजबूरी’ में कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ किया गठबंधन : तारिक हमीद कर्रा
Modified Date: August 31, 2024 / 07:01 pm IST
Published Date: August 31, 2024 7:01 pm IST

श्रीनगर, 31 अगस्त (भाषा) जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने शनिवार को कहा कि पार्टी केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सभी 90 सीट पर अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है लेकिन ‘‘राष्ट्रीय मजबूरी’’ की वजह से नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया गया है।

उन्होंने कहा कि यह गठबंधन जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्थिरता और बेहतरी के लिए बनाया गया है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने सोमवार को सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया। इसके तहत दोनों पार्टियां क्रमश: 51 और 32 सीट पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारेंगी।

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कर्रा ने कहा, ‘‘भविष्य में कांग्रेस और मजबूत होगी। गठबंधन को लेकर हमारी कुछ मजबूरियां थीं, गठबंधन राष्ट्रीय भावना और राष्ट्रीय मजबूरी की वजह से बनाया गया। अगर गठबंधन के मापदंडों का पालन नहीं किया गया होता तो कांग्रेस सभी 90 सीट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार थी।’’

वह जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय में आयोजित एक समारोह के दौरान संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर कोकरनाग के पूर्व विधायक अब्दुल रहीम राठेर और कार्यकर्ता इरफान हफीज लोन पार्टी में शामिल हुए।

कर्रा ने कहा कि गठबंधन धर्म का पालन करते हुए दोनों दलों में समझौता हुआ है। उन्होंने कहा,‘‘यह गठबंधन स्थिरता के लिए बनाया गया है, यह गठबंधन के सिद्धांतों का पालन करते हुए और जम्मू-कश्मीर के लोगों की बेहतरी के लिए बनाया गया है।’’

जम्मू में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के कई नेताओं ने टिकट बंटवारे के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। विपक्षी दल की स्थिति के बारे में पूछे गए सवाल पर कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘भाजपा में विचारधारा का टकराव है।’’

कर्रा ने कहा, ‘‘यह उनका मुद्दा है। उनके भीतर के टकराव के मूल में विचारधारा भी है। एक भाजपा में कई भाजपा हैं। यह उनका वैचारिक संघर्ष है। भाजपा के अंदर वे खुद नहीं जानते कि किस विचारधारा का पालन करना है, किस नेता का अनुसरण करना है।’’

जम्मू-कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे चार अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

भाषा धीरज माधव

माधव


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