तेलंगाना चुनाव: कांग्रेस और बीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान बीआरएस विधायक पर ‘हमला’

तेलंगाना चुनाव: कांग्रेस और बीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान बीआरएस विधायक पर ‘हमला’

तेलंगाना चुनाव: कांग्रेस और बीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान बीआरएस विधायक पर ‘हमला’
Modified Date: November 12, 2023 / 07:28 pm IST
Published Date: November 12, 2023 7:28 pm IST

हैदराबाद, 12 नवंबर (भाषा) तेलंगाना में नगरकुर्नूल जिले के अचमपेट कस्बे में भारत राष्ट्र समिति और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के दौरान सत्तारूढ़ बीआरएस विधायक गुव्वाला बालाराजू पर कथित तौर पर हमला किया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

बीआरएस की एक शिकायत में कहा गया है कि राज्य में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में अचमपेट निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बालाराजू को शनिवार रात हुए ‘हमले’ में ‘चोट’ लगीं। शिकायत में कहा गया है कि बालाराजू को हैदराबाद के एक अस्पताल ले जाया गया और वहां बाद में छुट्टी दे दी गई।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि झड़प के दौरान उनके कुछ साथियों को चोट लगीं।

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पुलिस के मुताबिक, शनिवार रात को भारत राष्ट्र समिति और कांग्रेस समर्थक आपस में भिड़ गए और इस दौरान पथराव होने की भी जानकारी मिली है। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और उन्हें तितर-बितर कर दिया।

यह घटना उस समय हुई जब चुनाव प्रचार के बाद लौट रहे बीआरएस विधायक के काफिले को कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने रोक दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विधायक पैसे बांटने जा रहे थे।

उन्होंने बताया कि झड़प में उनमें से कुछ को मामूली चोट आईं, साथ ही बीआरएस नेता के काफिले का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दोनों पक्षों के सदस्यों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने रविवार को घटना के संबंध में मामले दर्ज किए।

अधिकारी ने कहा, ‘‘हम मामले की जांच कर रहे हैं और वीडियो का विश्लेषण कर रहे हैं।’’

बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के आईटी मंत्री के. टी. रामा राव ने रविवार को अस्पताल में बलाराजू से मुलाकात की।

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ये वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हैं। लोकतंत्र में हिंसा का निश्चित रूप से कोई स्थान नहीं है। मुझे लगता है कि यह विपक्षी खेमे की हताशा है, क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि वे चुनाव हार रहे हैं।’’

भाषा जोहेब सुरेश

सुरेश


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