एनडीपीपी ने नगालैंड में सभी तीन नगरपालिका परिषदों, ज्यादातर नगर परिषदों में जीत हासिल की

एनडीपीपी ने नगालैंड में सभी तीन नगरपालिका परिषदों, ज्यादातर नगर परिषदों में जीत हासिल की

एनडीपीपी ने नगालैंड में सभी तीन नगरपालिका परिषदों, ज्यादातर नगर परिषदों में जीत हासिल की
Modified Date: June 29, 2024 / 08:00 pm IST
Published Date: June 29, 2024 8:00 pm IST

कोहिमा, 29 जून (भाषा) नगालैंड में सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) ने शनिवार को राज्य में नगर निकाय चुनाव में सभी तीन नगरपालिका परिषदों और ज्यादातर नगर परिषदों में जीत हासिल की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि 10 जिलों में 24 शहरी स्थानीय निकायों (तीन नगर परिषदों और 21 नगर परिषदों) के लिए बुधवार को मतदान हुआ था। उन्होंने बताया कि 2.23 लाख से अधिक मतदाताओं में से लगभग 82 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

अधिकारियों ने बताया कि मतगणना सुबह आठ बजे 16 केंद्रों पर शुरू हुई थी।

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उन्होंने बताया कि एनडीपीपी ने तीनों नगर परिषदों कोहिमा, मोकोकचुंग और दीमापुर में जीत हासिल की। उन्होंने बताया कि 21 नगर परिषदों में से वोखा, भंडारी और फेक को छोड़कर सभी में इसे बहुमत प्राप्त हुआ।

अधिकारियों ने बताया कि वोखा नगर परिषद में एनडीपीपी ने 15 में से सात सीट पर जीत दर्ज की जबकि राकांपा ने पांच और भाजपा ने तीन सीट जीतीं। उन्होंने बताया कि नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने भंडारी और फेक दोनों नगर परिषदों में बहुमत हासिल किया।

भंडारी नगर परिषद में एनपीएफ ने नौ में से छह वार्ड जीते, जबकि भाजपा और जद (यू) को एक-एक तथा एक निर्दलीय उम्मीदवार को भी जीत मिली।

एनडीपीपी पहले ही कोहिमा नगर परिषद की 19 सीट में से पांच पर निर्विरोध जीत चुकी थी। एनडीपीपी ने अंतिम परिणाम की घोषणा के बाद आठ और सीट जीतकर बहुमत हासिल कर लिया।

मोकोकचुंग नगर परिषद में एनडीपीपी ने कुल 18 में से 15 सीट जीती। इससे पहले उसने छह सीटें निर्विरोध जीती थीं।

अधिकारियों ने बताया कि दीमापुर नगर परिषद की 23 सीट के लिए मतगणना अभी भी जारी है, लेकिन एनडीपीपी पहले ही बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है।

भंडारी एकमात्र शहरी स्थानीय निकाय है जहां एनडीपीपी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।

राज्य में नगर निकाय चुनाव दो दशक के अंतराल के बाद हुए। पूर्वोत्तर राज्य में पहली बार नगर निकाय चुनाव 33 प्रतिशत महिला आरक्षण के साथ कराया गया। इससे पहले यह चुनाव 2004 में हुआ था।

कुल 11 राजनीतिक दलों के 523 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। नगर निकायों में 64 अन्य उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गए हैं।

यह चुनाव लड़ने वाली पार्टियों में एनडीपीपी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ), राइजिंग पीपुल्स पार्टी, आरपीआई (आठवले), जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू), लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) शामिल हैं।

एनडीपीपी ने सबसे अधिक 178 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे। इसके बाद भाजपा ने 44, कांग्रेस ने 37, एनपीपी ने 22, एनपीएफ ने 21 और राकांपा ने 15 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। जद (यू) ने नौ सीट पर, आरपीआई (आठवले) और लोजपा ने सात-सात सीट पर तथा राइजिंग पीपुल्स पार्टी ने एक सीट पर चुनाव लड़ा था। इसके अलावा 182 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में थे।

नगालैंड में कुल 39 नगर परिषद हैं, लेकिन राज्य के पूर्वी हिस्से के छह जिलों में 14 शहरी स्थानीय निकायों में चुनाव नहीं कराया जा सका था क्योंकि वहां आदिवासी संगठनों ने चुनाव का बहिष्कार किया था।

भाषा

देवेंद्र पवनेश

पवनेश


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