किसी भी समाज में भीड़ हत्या के लिए जगह नहीं होनी चाहिए: मौलाना मदनी
किसी भी समाज में भीड़ हत्या के लिए जगह नहीं होनी चाहिए: मौलाना मदनी
नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) जमीयत उलेमा-ए-हिंद (एमएम) के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने अलीगढ़ और रायपुर में भीड़ द्वारा कथित रूप से लोगों की हत्या किए जाने की निंदा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार अगर किसी वर्ग के साथ हो रहे अत्याचारों को रोकने की कोशिश नहीं करती है तो उसका ‘‘दामन उन उत्पीड़ित लोगों के खून से पाक-साफ नहीं कहा जा सकता।’’
संगठन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, राज्यसभा के पूर्व सदस्य मदनी ने कहा कि देश के सभी वर्गों के जान-माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की होती है।
मदनी ने यह टिप्पणी हाल में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और छत्तीसगढ़ के रायपुर में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने की हालिया घटनाओं के संदर्भ में की।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी सभ्य समाज में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने (मॉब लिंचिंग) जैसे बर्बर कृत्य के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
मदनी ने इन घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए दोषियों के खिलाफ कठोर और तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं।”
उन्होंने अलीगढ़ की घटना की पृष्ठभूमि में उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि वह जांच में तेजी लाए और यह सुनिश्चित करे कि घटना में शामिल सभी लोगों को बिना किसी विलंब न्याय के कठघरे में लाया जाए तथा पीड़ितों को उचित मुआवाज़ा दिया जाए।
अलीगढ़ के मामू-भांजा इलाके में चोरी के शक में मंगलवार रात भीड़ द्वारा फरीद (35) नामक व्यक्ति की बुरी तरह से पिटाई की गई थी जिससे उसकी मौत हो गई थी।
पुलिस ने इस बाबत छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
भाषा नोमान नोमान नेत्रपाल
नेत्रपाल

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