Vande Bharat: मानसून ‘सत्र’.. ‘हंगामा’ जबरदस्त! मोदी का संदेश, पहलगाम पर बवाल शेष! देखें वीडियो
Parliament Session: मानसून 'सत्र'.. 'हंगामा' जबरदस्त! मोदी का संदेश, पहलगाम पर बवाल शेष! देखें वीडियो
Parliament Session | Photo Credit: IBC24
- लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर भारी हंगामा
- 4 बार स्थगित हुई कार्यवाही
- सरकार ने चर्चा को दी मंज़ूरी
नई दिल्ली: Parliament Session मानसून सत्र में बाहर जमकर बारिश हो रही है, लेकिन संसद के अंदर आज जमकर शोले भड़के। संसद के मॉनसून सत्र का आगाज बेहद हंगामेदार रहा। खासतौर पर लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने रहे। सत्र शुरू होते ही विपक्ष ने जोरदार हंगEमा किया। तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए विपक्षी सांसदों ने ऑपरेशन सिंदूर पर सदन में चर्चा कराने की मांग की। हंगामे के कारण लोकसभा 4 बार स्थगित हुई। जिसके बाद शाम 4 बजे सदन को मंगलवार 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
Parliament Session इससे पहले संसद मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए सरकार तैयार हो गई है। अगले हफ्ते इस मुद्दे पर लोकसभा में 16 और राज्यसभा में 9 घंटे बहस होगी। यानी दोनों सदनों में कुल मिलाकर 25 घंटे ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी।
इससे पहले सदन की कार्यवाही से पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए इस सत्र को विजयोत्सव का नाम दिया। 32 दिनों तक चलने वाले संसद के मानसून सत्र में पहले विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर और डोनाल्ड ट्रंप के बयान को लेकर मोदी सरकार की घेराबंदी की और सरकार पर राहुल गांधी को बोलने नहीं देने का आरोप लगाया। तो बीजेपी जवाब दिया कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
सोमवार को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हो गई। सत्र की शुरुआत के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कई मुद्दों पर संबोधित किया। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देश के एकजुट होने की बात कही। दलगत राजनीति से इतर विदेश में भारत का पक्ष रखने के लिए सभी दलों के सांसदों की सराहना की।
नरेंद्र मोदी
दूसरी तरफ विपक्ष ने दोनों सदनों में पहलगाम के आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की और सरकार पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया। ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर, ट्रंप और सेना के अधिकारियों के बयानों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा।
विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर को मुद्दा बनाया, तो बीजेपी ने दो टूक जवाब दिया कि सरकार विधिवत चर्चा करने के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष का मकसद सिर्फ हंगामा करना है।
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कुलमिलाकर पहलगाम हमले के बाद ये पहला सत्र है। जिसका पहला दिन काफी हंगामेदार रहा। विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर और डोनाल्ड ट्रंप के दावों को लेकर सरकार की घेराबंदी की कोशिश की, तो सत्तापक्ष भी विपक्ष के हर वार के लिए तैयार दिखा। यानी मानसून सत्र के पहले दिन की शुरुआत ही जिस तरह से हंगामे के साथ हुई। उससे पूरे सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। 21 जुलाई से 21 अगस्त तक 32 दिन चलने वाले सत्र में 18 बैठकें, 15 से ज्यादा बिल पेश होंगे।

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