नई दिल्ली। Shraddha Murder Case: दिल्ली में दिल दहलाने वाले श्रद्धा हत्याकांड में पुलिस लगातार जंगलों की खाक छान रही है। युवती की बॉडी के कई पार्ट अभी मिले नही हैं। हालांकि आफताब अमीन पूनावाला ने श्रद्धा वॉल्कर का कत्ल गुस्से में किया, लेकिन उसके बाद अगले 20 दिनों तक उसने जो कुछ भी किया वो बेहद सोच समझकर किया। कमरे में श्रद्धा की हत्या करने से लेकर उसके 35 टुकड़े करके अंगों को अलग-अलग दिन ठिकाने लगाने के लिए आफताब ने बहुत सोच-समझकर प्लानिंग बनाई थी।
Shraddha Murder Case: दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यदि श्रद्धा भावुक नहीं हुई होती तो उनका मर्डर हत्याकांड से डेढ़ हफ्ते पहले ही कर दिया गया होता। हत्यारोपी आफताब पूनावाला उनकी जान पहले ही ले चुका होता। पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हत्याकांड से तकरीबन 10 दिन पहले श्रद्धा और आफताब के बीच झगड़ा हुआ था। आफताब उसी दिन उनका गला घोंटना चाहता था, लेकिन श्रद्धा अचानक से इमोशनल हो गईं और रोने लगी थीं। इसे देखकर आफताब ने अपने कदम पीछे खींच लिए थे, लेकिन फिर 18 मई को दोनो के बीच किसी बात पर फिर बहस हुई और आफताब ने श्रद्धा का गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
आफताब की गिरफ्तारी के बाद अब पता चला है कि पुलिस को धोखा देने के लिए उसने सिर्फ़ श्रद्धा का सोशल मीडिया अकाउंट ही एक्टिव नहीं रखा, बल्कि लाश के टुकड़े -टुकड़े करने के बाद 19 मई को 300 लीटर का फ्रीज और आरी खरीदकर दो दिन तक उसके शरीर के टुकड़े किए और उन्हें फ्रीज में भरकर रखा। फिर दो दिन बाद ठिकाने लगाना शुरू किया। आफताब ने बताया कि वो रोज रात को कुछ टुकड़े पॉलीथिन में भरकर महरौली और छतरपुर के जंगलो के आस-पास ही फेंका करता था।
आफताब घर में बिखरे खून के धब्बे और बू मिटाने के लिए वो सल्फर हाईपोक्लोरिक एसि़ड का भी इस्तेमाल करता रहा। वो बाजार से एसिड खरीद कर लाया और हर रोज़ इसी से बाथरूम की सफ़ाई करता रहा, ताकि खून का एक भी धब्बा बाकी ना रह जाए। उसने खून के धब्बे मिटाने और उसकी बू से बचने का तौर तरीका सीखने के लिए गूगल सर्च भी किया था।
Shraddha Murder Case: बताया जा रहा है कि सबसे महत्वपूर्ण अंग उसका सिर नहीं मिला है। महरौली पुलिस को आरोपी की महज 5 दिन की रिमांड मिली है, जिनमें से 1 दिन कल समाप्त हो गया। बाकी बचे 4 दिनों में मृतका के सिर के अलावा बॉडी के दूसरे पार्ट और जिस धारदार हथियार से उसके बॉडी को 35 टुकड़ों में काटा गया था, उसकी बरामदगी भी काफी महत्वपूर्ण है। पांच महीने पहले हुई इस वारदात में पुलिस हरसंभव सबूत इकट्ठा करने में जुटी है, जिससे यह मामला केवल गिरफ्तारी तक ही ना रह जाए। जब कोर्ट में केस जाए तो मजबूती के साथ सारे सबूत पेश किए जा सकें।
उप्र : गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर दोपहर एक बजे…
26 mins agoखबर ईवीएम न्यायालय मेघवाल
34 mins ago