बंगाल: हावड़ा में टीएमसी नेता की गोली मारकर हत्या, सहयोगी गंभीर रूप से घायल

बंगाल: हावड़ा में टीएमसी नेता की गोली मारकर हत्या, सहयोगी गंभीर रूप से घायल

बंगाल: हावड़ा में टीएमसी नेता की गोली मारकर हत्या, सहयोगी गंभीर रूप से घायल
Modified Date: November 28, 2025 / 07:32 pm IST
Published Date: November 28, 2025 7:32 pm IST

हावड़ा, 28 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में बृहस्पतिवार देर रात अज्ञात हमलावरों द्वारा की गई गोलीबारी में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक ग्राम पंचायत सदस्य की मौत हो गई, जबकि उनका सहयोगी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पीड़ित की पहचान संपुईपाड़ा-बासुकाठी ग्राम पंचायत के सदस्य देबब्रत मंडल उर्फ बाबू मंडल के रूप में हुई है। मंडल रात करीब 11 बजे अपने सहयोगी अनुपम राणा के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे, तभी लिलुआ थाना क्षेत्र के निश्‍चिंदा-बुड़ो शिवतला इलाके के पास हमलावरों ने उन पर हमला किया।

पुलिस के अनुसार, दो मोटरसाइकिल सवार बदमाश उनके नजदीक आए और करीब से कई राउंड गोलियां चलाईं। पुलिस ने बताया कि मंडल की कमर और कंधे में गोली लगी और वह मौके पर ही गिर पड़े, जबकि हमलावरों का विरोध करने की कोशिश में अनुपम भी गोली लगने से घायल हो गए।

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स्थानीय लोगों ने दोनों को बेलूर स्टेट जनरल अस्पताल पहुंचाया।

अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि बाद में मंडल को कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल रेफर किया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।

अनुपम को उत्तर हावड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

घटना के तुरंत बाद हावड़ा के पुलिस आयुक्त प्रवीण त्रिपाठी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

उन्होंने कहा, “हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और आरोपियों का पता लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।”

हावड़ा जिला (सदर) अध्यक्ष और विधायक गौतम चौधरी, विधायक कल्याण घोष और डोमजूर युवा तृणमूल नेता नूरज मुल्ला सहित तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उन अस्पतालों का दौरा किया, जहां पीड़ितों को ले जाया गया था।

विधायक घोष ने कहा कि हमले की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है और इसमें शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, हमले के दौरान कम से कम पांच राउंड गोलियां चलाई गईं।

जांच में सुमन चौधरी का नाम संभावित संदिग्ध के रूप में सामने आया है। सुमन के खिलाफ पहले से ही रंगदारी और हत्या की कोशिश के मामले दर्ज हैं।

घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है। वर्ष 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले कुछ स्थानीय टीएमसी कार्यकर्ताओं ने ‘बासू’ नाम के एक व्यक्ति की भूमिका पर संदेह जताया है, हालांकि पुलिस ने कहा कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

भाषा

राखी दिलीप

दिलीप


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