पुडुचेरी में नव वर्ष से पहले पर्यटकों की भीड़ उमड़ी, यातायात प्रभावित

पुडुचेरी में नव वर्ष से पहले पर्यटकों की भीड़ उमड़ी, यातायात प्रभावित

पुडुचेरी में नव वर्ष से पहले पर्यटकों की भीड़ उमड़ी, यातायात प्रभावित
Modified Date: December 28, 2025 / 06:20 pm IST
Published Date: December 28, 2025 6:20 pm IST

पुडुचेरी, 28 दिसंबर (भाषा) नए साल के आगमन में अब केवल तीन दिन शेष हैं, ऐसे में पुडुचेरी देश भर से बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।

इसके कारण पूर्व में फ्रांस के उपनिवेश रहे इस शहर में पिछले कुछ दिनों से भारी संख्या में सैलानियों के पहुंचने से मुख्य सड़कें कार और वैन से भरी हुई हैं, जिससे यातायात की गंभीर समस्या पैदा हो गई है।

सड़कों पर वाहनों के अत्यधिक दबाव के कारण चालकों को आगे बढ़ने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों के किनारे अनियंत्रित पार्किंग ने इस अव्यवस्था को और बढ़ा दिया है, वहीं दूसरी ओर सफाई कर्मचारी कचरे के बढ़ते ढेर से निपटने के लिए जूझ रहे हैं।

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होटल और रेस्तरां पर्यटकों से पूरी तरह भरे हुए हैं। एक होटल व्यवसायी के अनुसार, इस साल पर्यटकों की संख्या पिछले साल के मुकाबले कहीं अधिक है। इस बीच, हर उम्र के पर्यटक प्रमुख क्षेत्रों में घूमते हुए उन इमारतों और घरों की सराहना कर रहे हैं, जिनमें फ्रांसीसी-तमिल वास्तुकला की झलक देखने को मिलती है।

आंध्र प्रदेश के एक पर्यटक ने कहा,‘‘हम हर साल नए साल से कुछ दिन पहले पुडुचेरी आते हैं क्योंकि तत्कालीन फ्रांसीसी शासकों द्वारा बनाई गई सीधी सड़कें हमें सीधे समुद्र तट तक ले जाती हैं।’’

पर्यटकों के आगमन से सड़कों के किनारे स्थित भोजनालयों का कारोबार फल-फूल रहा है।

विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्रियों सहित अन्य अति विशिष्ट हस्तियों के आगमन ने यातायात की समस्याओं को और अधिक बढ़ा दिया है।

भारत के उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन सोमवार को कलापेट स्थित पुडुचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय में वार्षिक दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए यहां आएंगे।

पुडुचेरी के मंदिर और अन्य पूजा स्थल नए साल की पूर्व संध्या पर उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर सुचारु प्रबंधन सुनिश्चित करने की तैयारियों में जुटे हैं। होटलों ने विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जबकि स्थानीय प्रशासन ने इन आयोजनों को निर्बाध रूप से संपन्न कराने के लिए आवश्यक उपाय किए हैं।

भाषा प्रचेता संतोष

संतोष


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