नई दिल्ली। भारत में सुपर फ़ास्ट ट्रेन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। जिस ट्रेन का लोगों को बेसब्री से इंतजार है, वह अब तैयार हो गई है । देशभर में शताब्दी ट्रेनों की जगह चलने वाली आधुनिक ट्रेन जिसे ट्रेन-18 के नाम से जाना जाता है, चैन्ने स्थित इंटिग्रल कोच फैक्ट्री में बनकर तैयार खड़ी है । मेक इन इंडिया के तहत बनाई गई इस ट्रेन को पहले उत्तर रेलवे में परीक्षण के तौर पर चलाया जाएगा। ज्ञात हो कि ट्रेन-18 को नवम्बर में दिल्ली से भोपाल चला कर ट्रायल लिया जायेगा। अगर इस ट्रायल में सफलता मिल जाती है तो इस सुपर फ़ास्ट ट्रेन का अगला ट्रायल मुंबई-अहमदाबाद रूट पर किया जाएगा।
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आईसीएफ के अनुसार ट्रेन को नवंबर तक उत्तर रेलवे को सौंप दिया जाएगा। इसके बाद नवंबर और दिसंबर में इसके ट्रायल होंगे। यहां यह बताना जरुरी है कि रेलवे का टारगेट इस ट्रेन को जनवरी 2019 में पब्लिक के लिए चलाना है। इस साल बजट में ‘ट्रेन 18’ की घोषणा की गई थी।
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भारतीय रेलवे पर दौड़ने वाली आम ट्रेनों से एकदम अलग ट्रेन-18 बिना इंजन की होगी। सबर्बन ट्रेनों की तरह इस ट्रेन के दोनों छोर पर मोटर कोच होंगे, यानी ये दोनों दिशाओं में चल सकेगी। इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 170 किमी प्रतिघंटा के करीब रहने वाली है। यह ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित होगी, सभी कोच एक दूसरे से कनेक्टेड होंगे। स्टेनलेस स्टील की बॉडी वाली इस ट्रेन में वाई-फाई, एलईडी लाइट, पैसेंजर इनफर्मेशन सिस्टम और पूरे कोच में दोनों दिशाओं में एक ही बड़ी सी खिड़की होगी। इस प्रॉजेक्ट के लिए रेल मंत्रालय द्वारा अब तक 120 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं।
वेब डेस्क IBC24