भवानीपुर से 45 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम काटे जाने के बाद तृणमूल घर-घर जाकर जांच करेगी

भवानीपुर से 45 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम काटे जाने के बाद तृणमूल घर-घर जाकर जांच करेगी

भवानीपुर से 45 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम काटे जाने के बाद तृणमूल घर-घर जाकर जांच करेगी
Modified Date: December 17, 2025 / 11:12 am IST
Published Date: December 17, 2025 11:12 am IST

कोलकाता, 17 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर में लगभग 45,000 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने बूथ स्तर के अपने एजेंट को घर-घर जाकर हटाए गए मतदाताओं के नामों की नए सिरे से जांच करने का निर्देश देने का फैसला किया है। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी।

निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 तक भवानीपुर में 2,06,295 मतदाता थे। वर्तमान मतदाता सूची में 1,61,509 नाम हैं, जिससे पता चलता है कि 44,787 मतदाताओं यानी लगभग 21.7 प्रतिशत मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं।

मंगलवार को निर्वाचन आयोग ने एसआईआर के बाद पश्चिम बंगाल की मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित की, जिसमें मृत्यु और पलायन सहित विभिन्न कारणों से 58 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम हटा दिए गए और 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले जिलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में मतदाता सूची को फिर से तैयार किया गया।

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निर्वाचन आयोग द्वारा बड़ी संख्या में मतदाताओं को ‘‘मृत’’, ‘‘स्थानांतरित’’ या ‘‘अनुपस्थित’’ के रूप में चिह्नित किए जाने से तृणमूल कांग्रेस नाराज है।

तृणमूल के एक सूत्र ने कहा, ‘‘पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी वैध मतदाता का नाम किसी भी परिस्थिति में नहीं हटाया जाना चाहिए। हटाए गए प्रत्येक नाम का भौतिक सत्यापन आवश्यक है।’’

भवानीपुर में कोलकाता नगर निगम के वार्ड 63, 70, 71, 72, 73, 74, 77 और 82 शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि वार्ड 70, 72 और 77 में विशेष रूप से अधिक संख्या में नाम हटाए गए, जिनमें से अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र वार्ड 77 को जांच के दौरान विशेष ध्यान देने के लिए चिह्नित किया गया था।

भवानीपुर एक घनी आबादी वाला शहरी निर्वाचन क्षेत्र है, जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा से मूल रूप से आए निवासियों की एक बड़ी आबादी है।

दावों और आपत्तियों पर सुनवाई की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है, ऐसे में पार्टी ने स्थानीय नेतृत्व को निर्देश दिया है कि सत्यापन के दौरान प्रभावित मतदाताओं के साथ खड़े रहें।

तृणमूल कांग्रेस ने स्थानीय इकाइयों से कहा कि वे लोगों को दस्तावेज़ीकरण, फॉर्म भरने और सुनवाई में सहायता करने के लिए स्थानीय स्तर पर ‘क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं’ शिविरों का संचालन जारी रखें। पार्टी ने कहा कि यदि आवश्यक हो तो स्वयंसेवकों को मतदाताओं के घरों में भी जाना चाहिए।

भाषा गोला शोभना

शोभना


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