साइबर ठग के साथ मिलीभगत के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में निजी बैंक के दो कर्मी गिरफ्तार

साइबर ठग के साथ मिलीभगत के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में निजी बैंक के दो कर्मी गिरफ्तार

साइबर ठग के साथ मिलीभगत के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में निजी बैंक के दो कर्मी गिरफ्तार
Modified Date: May 1, 2025 / 09:20 pm IST
Published Date: May 1, 2025 9:20 pm IST

जयपुर, एक मई (भाषा) राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में दो निजी बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनपर एक साइबर ठग के साथ मिलीभगत करके देशभर में लोगों के साथ करीब 12.8 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।

पुलिस ने बताया कि मामले का सरगना फरार है।

पुलिस के अनुसार बैंक कर्मचारियों पर सरगना के लिए बैंक में निष्क्रिय खातों की व्यवस्था करने का आरोप है।

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बांसवाड़ा के पुलिस उपाधीक्षक गोपीचंद मीणा ने बताया कि यस बैंक (बांसवाड़ा) के उप प्रबंधक मंगेश जैन (28) और पूर्व बैंक कर्मचारी दिव्यांशु सिंह (30) को 12.8 करोड़ रुपये की ऑनलाइन साइबर धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

वहीं, मामले में सरगना बांसवाड़ा जिले के गढ़ी क्षेत्र के परतापुर का निवासी अमन कलाल (28) फरार है और उसे पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं।

थानाधिकारी ने बताया कि बांसवाड़ा डडूका के संदेश शाह और उसके भाई तनेश शाह ने साइबर थाने में ऑनलाइन ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी और जांच की गई तो पूरा मामला सामने आया।

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने कर्नाटक, केरल, गोवा, तमिलनाडु, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, बिहार, तेलंगाना, हरियाणा, गुजरात के लोगों के साथ साइबर ठगी की है और इनके खिलाफ 44 शिकायतें दर्ज हैं।

थानाधिकारी ने बताया कि ये लोग डिजिटल अरेस्ट, निवेश ठगी से लूटी गई रकम को बांसवाड़ा स्थित यस बैंक में पहले से खुले निष्क्रिय खातों में जमा करवाते थे, इसके बाद फर्जी चेक व हस्ताक्षर के जरिए इन खातों से नकदी निकाल लेते थे।

उन्होंने बताया कि ठगी का ज्यादातर पैसा पहले अमन के निजी खाते में आता था, जहां से इसे अलग-अलग खाताधारकों के खातों में हस्तांतरित किया जाता था।

भाषा कुंज जोहेब

जोहेब


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