बेंगलुरु के लोगों की परेशानी का कारण अप्रत्याशित बारिश : सिद्धरमैया

बेंगलुरु के लोगों की परेशानी का कारण अप्रत्याशित बारिश : सिद्धरमैया

बेंगलुरु के लोगों की परेशानी का कारण अप्रत्याशित बारिश : सिद्धरमैया
Modified Date: May 19, 2025 / 10:07 pm IST
Published Date: May 19, 2025 10:07 pm IST

बेंगलुरु, 19 मई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि बेंगलुरु के कई इलाकों के प्रभावित होने का कारण ‘अप्रत्याशित बारिश’ है।

सिद्धरमैया ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को अवरुद्ध हो चुके बरसाती नालों की मरम्मत और गाद की सफाई का काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के अधिकारियों से अद्यतन जानकारी लेने के बाद सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘आज बेंगलुरु में अप्रत्याशित बारिश हुई-पिछले 24 घंटे में 104 मिमी। बेंगलुरु में कई इलाके प्रभावित हुए हैं।’’

 ⁠

कई इलाकों के जलमग्न होने के चलते मुख्यमंत्री ने उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के साथ बारिश प्रभावित इलाकों का दौरान करने की योजना बनाई थी।

हालांकि, सिद्धरमैया ने दौरा स्थगित कर दिया और बुधवार को शहर का दौरा करने का फैसला किया। सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘मैं बुधवार को शहर का दौरा करूंगा। अगर मैं आज जाता हूं, तो इससे यातायात संबंधी समस्याएं पैदा होंगी और सूर्यास्त के बाद मैं स्थिति का ठीक से आकलन नहीं कर पाऊंगा या प्रभावित निवासियों से बात नहीं कर पाऊंगा।’’

उन्होंने कहा कि वे बीबीएमपी अधिकारियों को बरसाती नालों पर अतिक्रमण, नालों की कम गहराई और गाद के जमाव के बारे में निर्देश दे रहे हैं।

सिद्धरमैया के अनुसार, बेंगलुरु में बरसाती नालों की कुल लंबाई 859.90 किलोमीटर है। उन्होंने कहा कि एक बार नालों की मरम्मत और सफाई का काम पूरा हो जाने पर बाढ़ की स्थिति आने को रोका जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 210 निचले इलाकों की पहचान की गई है और उन्हें संवेदनशील या अति संवेदनशील के रूप में वर्गीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि इनमें से 166 क्षेत्रों में काम पूरा हो चुका है, जबकि 44 अन्य क्षेत्रों में काम जारी है।

सोशल मीडिया पर आलोचना का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘सोशल मीडिया पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है।’’

इस दौरान उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा कि यातायात पुलिस ने 132 संवेदनशील यातायात क्षेत्रों की पहचान की है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अप्रैल तक इनमें से 81 क्षेत्रों में समस्या का समाधान किया है। हमें अभी 41 और स्थानों पर काम करना है।’’

भाषा संतोष नेत्रपाल

नेत्रपाल


लेखक के बारे में