उप्र : 'डिजिटल महाकुंभ' में पहली बार एआई जेनरेटिव चैटबॉट तकनीक |

उप्र : ‘डिजिटल महाकुंभ’ में पहली बार एआई जेनरेटिव चैटबॉट तकनीक

उप्र : 'डिजिटल महाकुंभ' में पहली बार एआई जेनरेटिव चैटबॉट तकनीक

उप्र : ‘डिजिटल महाकुंभ’ में पहली बार एआई जेनरेटिव चैटबॉट तकनीक
Modified Date: December 16, 2024 / 10:12 pm IST
Published Date: December 16, 2024 10:12 pm IST

महाकुंभनगर (उप्र), 16 दिसंबर (भाषा) महाकुंभ-2025 दुनिया भर के लोगों को एक अनूठा डिजिटल अनुभव प्रदान करेगा। डिजिटल महाकुंभ विजन के हिस्से के तौर पर पहली बार एआई (कृत्रिम बुद्धिमता) जेनरेटिव चैटबॉट तकनीक पेश की गयी है।

उपयोगकर्ता केवल क्यूआर कोड को स्कैन करके अपनी तस्वीर के साथ एक व्यक्तिगत महाकुंभ प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं। उसे डिजिटल रूप से सहेजा या प्रिंट भी किया जा सकता है।

एआई चैटबॉट महाकुंभ के हर आयोजन और प्रमुख कार्यक्रम के बारे में पूरी जानकारी भी देता है।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में महाकुंभ को भव्य, आध्यात्मिक रूप से उत्थानशील और हाईटेक आयोजन बनाने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इस विजन के अनुरूप पर्यटन विभाग के अधिकारी, मेला आयोजकों और महाकुंभ नगर पुलिस के साथ मिलकर डिजिटल महाकुंभ पहल पर काम कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि यह पहली बार है कि डिजिटलीकरण पर इतना व्यापक ध्यान दिया जा रहा है। इस तक पहुंचने के लिए यूजर लिंक पर जा सकते हैं या अपनी तस्वीर के साथ एक व्यक्तिगत महाकुंभ प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं।

एआई चैटबॉट को 11 भाषाओं, हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, बंगाली और उर्दू में उपयोगकर्ताओं की सहायता के लिए डिजाइन किया गया है। कोई भी उपयोगकर्ता अपनी पसंदीदा भाषा में उत्तर प्राप्त कर सकता है।

भाषा

सलीम, रवि कांत रवि कांत

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