उत्तराखंड: अधिकारियों ने जोशीमठ में सरकारी भवनों को असुरक्षित क्षेत्रों से स्थानांतरित करने को कहा

उत्तराखंड: अधिकारियों ने जोशीमठ में सरकारी भवनों को असुरक्षित क्षेत्रों से स्थानांतरित करने को कहा

उत्तराखंड: अधिकारियों ने जोशीमठ में सरकारी भवनों को असुरक्षित क्षेत्रों से स्थानांतरित करने को कहा
Modified Date: March 15, 2024 / 12:21 am IST
Published Date: March 15, 2024 12:21 am IST

गोपेश्वर, 14 मार्च (भाषा) उत्तराखंड में चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने अधिकारियों से जमीन धंसने की घटना से प्रभावित जोशीमठ के असुरक्षित क्षेत्र (रेड जोन) में बने सरकारी भवनों और संपत्तियों का सर्वेक्षण करने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए कहा है।

जोशीमठ में आपदा जोखिम को कम करने से संबंधित पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए बुलाई गई विभागीय अधिकारियों की बैठक में जिलाधिकारी ने ये निर्देश दिए।

खुराना ने बैठक में कहा कि जोशीमठ के असुरक्षित क्षेत्र (रेड जोन) में स्थित सभी सरकारी भवनों और संपत्तियों का सर्वेक्षण किया जाना चाहिए और उन्हें स्थानांतरित करने के लिए शहर और उसके आसपास सुरक्षित भूमि की पहचान की जानी चाहिए।

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जिलाधिकारी ने अधिकारियों से जोशीमठ में जमीन धंसने के कारण प्रभावित हुए परिवारों के लिए पुनर्वास के सभी विकल्प प्रदान करने को भी कहा है।

बैठक के दौरान जोशीमठ में किए जा रहे पानी निकासी, सीवरेज से संबंधित कार्य और गैस आधारित बिजली घर के निर्माण कार्य की समीक्षा की गई।

‘जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति’ और ‘जोशीमठ मूल निवासी स्वाभिमान संगठन’ ने राज्य सरकार की पुनर्वास नीति का विरोध किया और जोशीमठ में भूमि धंसाव की समस्या के लिए सुधारात्मक उपाय शुरू करने और प्रभावित लोगों के लिए विस्थापन भत्ता सहित 15 मांगें रखीं।

भाषा

खारी सुरेश

सुरेश


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