वीर बाल दिवस का नाम बदलकर साहबजादे शहादत दिवस किया जाए: आप सांसद
वीर बाल दिवस का नाम बदलकर साहबजादे शहादत दिवस किया जाए: आप सांसद
नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने सरकार से मांग की है कि गुरू गोविंद सिंह के साहबजादों बाबा फतेह सिंह और जोराबर सिंह की शहादत के सम्मान में मनाये जाने वाले ‘वीर बाल दिवस’ का नाम बदलकर ‘साहबजादे शहादत दिवस’ किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 में, हर साल 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ मनाने की घोषणा की थी।
कंग ने शून्यकाल में कहा, ‘‘हम सिख धर्म में धार्मिक मर्यादा के तहत साहबजादों को बाल (बालक) नहीं मानते। हमारे लिए वे ‘बाबे’ हैं। इसलिए, वीर बाल दिवस का नाम बदलकर साहबजादे शहादत दिवस होना चाहिए।’’
कांग्रेस के डीन कुरियाकोस ने केरल में ‘ब्रेन ईटींग अमीबा’ (बीईए) के प्रकोप का मुद्दा उठाया और एक विशेषज्ञ दल राज्य में भेजने का सरकार से अनुरोध किया।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन से जलाशय गर्म हो रहे हैं और अमीबा प्रजनन हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल राज्य का विषय नहीं है। जलवायु जनित जैविक आपदा है। राज्य सरकार ने अपने प्रयास किऐ हैं लेकिन केंद्र की तत्काल मदद की जरूरत है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की टीम तत्काल अध्ययन के लिए राज्य में भेजी जाए। सरकार को आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) को भी इस संबंध में तत्काल अनुसंधान शुरू करने का निर्देश देना चाहिए।’’
समाजवादी पार्टी के नरेश चंद्र पटेल ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के प्रावधान वाले नारीशक्ति वंदन अधिनियम का जिक्र करते हुए कहा कि यह कानून लागू हुए इतना समय हो गया, लेकिन अभी तक संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण नहीं मिल रहा है।
उन्होंने सरकार से तत्काल प्रभाव से बिना परिसीमन के महिला आरक्षण लागू करने की मांग की।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की सुप्रिया सुले ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की कर्मचारी पेंशन योजना-95 (ईपीएस 95) का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि राजग सरकार आने पर ईपीएस-95 लागू करने की बात कही गई थी, लेकिन कर्मचारियों को इसके तहत पेंशन नहीं मिल रही है और वे दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुले ने वित्त मंत्री से अनुरोध किया, ‘‘यह पता लगाया जाए कि इस पैसे को कहां खर्च किया जा रहा है और कर्मचारियों को उनके अधिकार का पेंशन का पैसा दिया जाए।’’
दमन और दीव के सांसद उमेशभाई पटेल ने पाकिस्तानी जेलों में 209 भारतीय मछुआरों के बंद होने का दावा करते हुए कहा कि गुजरात और उनके संसदीय क्षेत्र के इन मछुआरों की स्थिति दयनीय है और कई की जेल की सजा समाप्त हो चुकी है।
उन्होंने सरकार से इन मछुआरों को रिहा कराने और स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने की मांग की।
भाषा वैभव सुभाष
सुभाष

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