छठवीं कक्षा के बच्चों से परीक्षा में पूछा गया- क्या दलित अछूत होते हैं? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा प्रश्न पत्र

छठवीं कक्षा के बच्चों से परीक्षा में पूछा गया- क्या दलित अछूत होते हैं? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा प्रश्न पत्र

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  • Publish Date - September 8, 2019 / 11:27 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय विद्यालय से संबंधित एक स्कूल की आंतरिक परीक्षा में पूछे गए सवाल को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। इस परीक्षा का प्रश्न पत्र अब जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल स्कूल की छठवीं कक्षा की आंतरिक परीक्षा के बहु विकल्पीय प्रश्न में पूछा गया था कि ‘दलित’ शब्द का क्या अर्थ होता है और विकल्प में विदेशी, अछूत, उच्च वर्ग और मध्य वर्ग था। हालांकि केवीएस ने इस प्रश्न पत्र को फर्जी करार दिया है। वहीं, सीबीएसई ने कहा है कि आंतरिक परीक्षाओं में सवाल तैयार करने में उसकी कोई भूमिका नहीं होती है।

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इस मामले को लेकर केंद्रीय विद्यालय संगठन ने कहा कि अभी तक प्रबंधन के सामने ऐसा कोई सबूत सामने नहीं आया है, जिससे यह प्रमाणित किया जा सके कि प्रश्नपत्र केंद्रीय विद्यालय का है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि चेन्नई क्षेत्र के 49 केंद्रीय विद्यालयों में से किसी ने भी यह प्रश्नपत्र तैयार नहीं किया है।

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द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने एक ट्वीट में कहा, ‘केंद्रीय विद्यालय की छठी कक्षा में पूछे गए सवाल को देखकर स्तब्ध हूं। यह सवाल जातिगत भेदभाव और सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करता है। इस प्रश्न पत्र को बनाने में जिसका भी हाथ हो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।’

<blockquote class=”twitter-tweet” data-lang=”en”><p lang=”en” dir=”ltr”>Shocked and appalled to see that a Class 6 Kendriya Vidyalaya exam contains questions that propagate caste discrimination and communal division.<br><br>Those who are responsible for drafting this Question Paper must be prosecuted under appropriate provisions of law.<a href=”https://twitter.com/HRDMinistry?ref_src=twsrc%5Etfw”>@HRDMinistry</a> <a href=”https://t.co/kddu8jdbN7″>pic.twitter.com/kddu8jdbN7</a></p>&mdash; M.K.Stalin (@mkstalin) <a href=”https://twitter.com/mkstalin/status/1170243221336842246?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 7, 2019</a></blockquote>
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वहीं एएमएमके नेता टीटीवी दिनाकरण ने सीबीएसई की निंदा करते हुए कहा कि मैं इस तरह के संवेदनशील विषय पर बिना सामान्य समझ के पूछे गए इस सवाल की निंदा करता हूं, यह बिल्कुल भी नहीं सोचा गया कि यह सवाल छात्र-छात्राओं के दिमाग पर क्या असर करेगा?

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